November 26, 2024

सीबीएसई ने दसवीं, ग्यारहवीं व बारहवीं के पाठ्यक्रम में किया बदलाव, अब छात्र नही पढेंगे अहमद फैज की शायरी और मुगल साम्राज्य का इतिहास

New Delhi/Alive News : नई शिक्षा नीति के तहत केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने शैक्षिक सत्र 2022-23 के दसवीं, ग्यारहवीं व बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों की पढ़ाई के लिए पाठ्यक्रम निर्धारित करने के साथ ग्यारहवीं के इतिहास की किताब से सेंट्रल इस्लामिक लैंड और बारहवीं की किताब से मुगल साम्राज्य अध्याय को हटा दिया है। इसके अलावा पाठ्यक्रम व उनसे जुड़ी किताबें जिले के 117 विद्यालयों को उपलब्ध भी करा दी गई है। नए शैक्षिक सत्र से इन अध्यायों की पढ़ाई नही होगी।

सीबीएसई बोर्ड द्वारा तय मानकों के अनुसार, दसवीं कक्षा के राजनीति विज्ञान की किताब से अध्याय चार में जाति, धर्म और लैंगिक मामले में उदाहरण के तौर पर दी गई फैज अहमद फैज की शायरी हटा दी गई है। ग्यारहवीं कक्षा की विश्व इतिहास के कुछ विषय नामक किताब से सेंट्रल इस्लामिक लैंड अध्याय को हटाया गया है। इस अध्याय में विद्यार्थियों को इस्लाम का उदय और विकास, सातवीं से बारहवीं सदी के बीच इस्लाम के विस्तार के बारे में जानकारी दी गई थी।

इसी तरह बारहवीं कक्षा के भारतीय इतिहास भाग दो के नौंवे अध्याय से मुगल साम्राज्य को हटाया गया। इस अध्याय में विद्यार्थियों को मुगलों का इतिहास, मुगल स्थापना, मुगल दरबार, अकबरनामा, बाबरनामा के बारे में पढ़ाया जाता था। बोर्ड के इस बदलाव को नई शिक्षा नीति से जोड़कर देखा जा रहा है, जो कि भारतीय शिक्षण पद्धति को बढ़ावा देने पर केंद्रित है।

बोर्ड ने कक्षा ग्यारहवीं की किताब से पाषणकाल में पृथ्वी पर मनुष्य का उद्भव और विकास, औद्योगिक क्रांति को पाठ्यक्रम से हटाया है। इसमें इंग्लैंड की औद्योगिक क्रांति के कारण और प्रभाव, साम्राज्यवाद को कैसे बढ़ावा मिला आदि बिंदु शामिल थे। इसी तरह बारहवीं की किताब के भाग एक में कोई बदलाव नहीं है। भाग दो से नौंवे अध्याय मुगल साम्राज्य और भाग तीन से 12वें अध्याय औपनिवेशिक शहर में ब्रिटिश कालीन बंबई, कलकत्ता और मद्रास की स्थापना और 14वां अध्याय विभाजन भारत का कारण और प्रभाव विषय को हटाया है।