New Delhi/Alive News : सस्ती कॉल दर का इंतजार कर रहे उपभोक्ताओं के लिए ट्राई (TRAI) एक और खुशखबरी लेकर आया है. पिछले साल रिलायंस जियो (JIO) की टेलीकॉम मार्केट में धमाकेदार एंट्री से ग्राहकों को फायदा मिला, अब ग्राहकों के लिए एक और खुशखबरी आ रही है. नई खबर की मानें तो एक अक्टूबर से कॉल रेट और कम हो जाएंगे. पहले ही जियो ने नए- नए प्लान बाजार में उतारकर दूसरी टेलीकॉम कंपनियों को दर कम करने पर मजबूर कर दिया. अब ट्राई के नए फरमान से ग्राहकों को और फायदा होने वाला है.
ट्राई के नए नियम के मुताबिक कॉल दरों में कमी आने की पूरी उम्मीद है. आपको बता दें कि टेलीकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी (TRAI) ने मंगलवार को इंटरकनेक्शन यूजेज चार्ज (आईयूसी) को घटाने का फैसला लिया है. फिलहाल आईसीयू की दर 14 पैसा प्रति मिनट है, जो घटकर 6 पैसा प्रति मिनट तक हो सकती है. इसके बाद कॉल रेट में कमी आएगी. साथ ही ट्राई ने 2020 से इस शुल्क के पूरी तरह से खत्म हो जाने का भी ऐलान किया है.
आपको बता दें कि पिछले दिनों ट्राई के सामने टेलीकॉम कंपनियों ने आईयूसी का मुद्दा उठाया था. जिसके बाद दिग्गज कंपनियों एयरटेल और वोडाफोन समेत कई कंपनियों ने इस चार्ज को बढ़ाने की मांग की थी. लेकिन रिलायंस जियो (Reliance Jio) ने इसे पूरी तरह खत्म करने का सुझाव दिया था. एयरटेल का सुझाव था कि आईयूसी को बढ़ाकर 30 फीसदी तक कर दिया जाएगा. लेकिन मंगलवार को ट्राई ने आईयूसी चार्ज को पहले के मुकाबले कम करने का फरमान सुना दिया.
ट्राई के फैसले के बाद टेलीकॉम कंपनियों को झटका लगना तय है. टेलीकॉम कंपनियों के एसोसिएशन सीओएआई (COAI) ने भी इस फैसले को कंपनी विरोधी करा दिया है. सीओएआई की तरफ से कहा गया है कि ट्राई का यह फैसला टेलीकॉम कंपनियों को नुकसान पहुंचाने वाला है. सूत्रों की मानें तो सीओएआई फैसले के खिलाफ अदालत में अपील करने का मन बना रहा है.
वहीं इस पर ट्राई का कहना है कि उसने सभी स्टेक होल्डर्स से मिले बयानों और ओपन हाउस डिस्कशन के बाद ही यह फैसला लिया है.
क्या है आईयूसी
इंटरकनेक्शन यूजेज चार्ज (आईयूसी) वह शुल्क होता है जो कोई भी टेलीकॉम कंपनी अपने नेटवर्क से दूसरी कंपनी के नेटवर्क पर मोबाइल कॉल के लिए दूसरी कंपनी को देती है. फिलहाल यह चार्ज 14 पैसा प्रति मिनट है लेकिन ट्राई के फैसले के बाद 1 अक्टूबर से इसके 6 पैसा प्रति मिनट होने की उम्मीद की जा रही है.