May 5, 2025

श्री लक्ष्मी नारायण दिव्यधाम से मिला सेवा का आशीर्वाद – मुख्यमंत्री

Faridabad/Alive News : हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि उन्हें श्री लक्ष्मी नारायण दिव्य धाम में जनता की सेवा करने का आशीर्वाद मिला जिसके बाद वह प्रदेश की जनता का जीवन बदलने का प्रयास कर रहे हैं। वह यहां आयोजित पांच दिवसीय 18 में ब्रह्मोत्सव के अवसर पर पहुंचे थे जहां उन्होंने दिव्यधाम में माथा नवाया और अधिपति जगदगुरु स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य का आशीर्वाद प्राप्त किया।

इस अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में नायब सिंह सैनी ने जनता को भी संबोधित किया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि वर्ष 2023 में हरियाणा प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष बनने के बाद वह फरीदाबाद में सबसे पहले सिद्धदाता आश्रम आए थे और स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य का आशीर्वाद उन्हें मिला था। शुरुआत में लोग ऐसा कहते थे कि मैं थोड़े दिन में चला जाऊंगा लेकिन यह दिव्यधाम का आशीर्वाद है कि मैं आपकी सेवा में दिन-रात लगा हुआ हूं। यहां अतुलनीय दिव्यता है। उन्होंने कहा कि दिव्य धाम की स्थापना के लिए बड़ा किया किया गया है, जहां आने से बड़ी शांति मिलती है।

इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने कहा कि धार्मिक व्यक्तियों को हर क्षेत्र में आगे आना चाहिए। धार्मिक व्यक्ति जब राजनीति में आता है तो राजनीति की दिशा और दशा को सकारात्मक करता है, धार्मिक व्यक्ति जब व्यापार में आता है तो वह व्यापार में भी सकारात्मकता को बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि श्री लक्ष्मी नारायण दिव्य धाम ऐसा स्थान है जहां आने वालों की कामनाओं की पूर्ति होती है। आज यहां पूरी दुनिया से लोग आते हैं और यह स्थान फरीदाबाद की भी पहचान है।

इस अवसर पर हरियाणा के कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल, मंत्री राजेश नागर, विधायक सतीश फ़ागना, मुख्यमंत्री हरियाणा के मीडिया सलाहकार राजीव जेटली, भाजपा के फरीदाबाद जिलाध्यक्ष पंकज पूजन रामपाल, बल्लभगढ़ जिला अध्यक्ष सोहन पाल सिंह छौंकर, वरिष्ठ भाजपा नेता गोपाल शर्मा प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

इससे पूर्व एक विशाल शोभायात्रा जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य महाराज के सान्निध्य में निकाली गई जिसमें जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी ज्योतिनारायणाचार्य महाराज, श्री शंभू पंचायती अग्नि अखाड़ा के महासचिव श्री श्री 108 तपोनिष्ठ स्वामी संपूर्णानंद ब्रह्मचारी महाराज, अग्नि अखाड़ा के थानापति स्वामी विचित्रानंद ब्रह्मचारी भी प्रमुख रूप से मौजूद रहे। इसमें हजारों की संख्या में भक्तों ने कलश एवं झंडे लेकर भागीदारी की। वहीं घोड़े, ऊंट और बग्गियों में सही झांकियां बहुत ही सुंदर लग रही थीं। इस अवसर पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों एवं भजनों से कलाकारों ने सभी भक्तों को जमकर झुमाया।