Patna : बिहार टॉपर घोटाले के आरोप में जेल [ बाल सुधार गृह] में बंद स्टूडेंट रुबी राय का रूटीन इन दिनों बदल गया है। भले ही बिना पढ़ाई के फर्जी तरीके से उसने टॉप किया लेकिन यहाँ तो वो सुबह और दोपहर जमकर पढ़ाई कर रही है और इसके अलावा रोटी भी बना रही है। मामला विचाराधीन होने के नाते उससे कोई भारी काम काम नहीं कराया जा रहा है, लेकिन नियमों का पालन उसे करना पड़ रहा है। ये करती है वो दिन भर……
बाल सुधार गृह में रुबी को कड़ी निगरानी में रखा गया है। कोर्ट के निर्देश पर उसकी सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाता है। उसकी सुरक्षा में तैनात महिला सुरक्षाकर्मी की मानें तो वो पूरे दिन में तीन-चार बार ही अपने कमरे से बाहर निकलती है। रुबी अगले साल फिर से एग्जाम देना चाह रही है। इसको लेकर वो दिन-रात मेहनत कर रही है।
खाली समय में बच्चों के साथ खेलती है अंग्रेजी में अंताक्षरी
रुबी राय खाली समय में सुधारगृह में बंद लड़कियों के साथ अंताक्षरी खेलती है। ये अंताक्षरी वो अंग्रेजी में खेलती है। सुधारगृह में बंद बच्चे एक दिन पहले 50 वर्ड मिनिंग याद करते हैं और फिर उसी वर्ड मिनिंग के साथ वो अगले दिन अंताक्षरी खेलती है।
कोई नहीं आता मिलने
बाल सुधार गृह में रुबी राय से मिलने कोई नहीं आता है। वो पहले तो अपने लोगों का इंतजार भी किया करती थी, लेकिन अब समय से समझौता कर लिया है। रुबी के दादा जी कोर्ट में उससे मिलने आते हैं।