November 17, 2024

दलितों के मसीहा थे भीमराव अम्बेडकर : गीता रैक्सवाल

Faridabad/Alive News : बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने सदैव दलितों, पिछड़ो एवं समस्त सभी वर्गो के उत्थान को लेकर संघर्ष किया और आज हम सभी को इस दिन इस बात का प्रण करना चाहिए कि हमें भी उनके बताये हुए आदर्शो पर चलकर देश, प्रदेश की उन्नति में सहायक बनना चाहिए यह उदगार वार्ड 23 की पार्षद गीता रैक्सवाल ने अम्बेडकर की जयंती के अवसर पर आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुए कहे। इस मौके पर उनके साथ ग्रीवेंस कमेटी के सदस्य एवं नेता पूर्व पार्षद दल भाजपा ओमप्रकाश रक्षवाल मुख्य रूप से उपस्थित थे। सभी ने बाबा साहेब के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें अपनी भावभीनी श्रृद्धाजंलि अर्पित की।

इसके पश्चात गीता रक्षवाल, ओमप्रकाश रक्षवाल व उनकी टीम ने वार्ड में बन रहे बाबा भीमराव अम्बेडकर भवन के चल रहे कार्य का निरीक्षण भी किया। इस अवसर पर पार्षद गीता रैकसवाल ने कहा कि भारत को संविधान देने वाले महान नेता भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव में हुआ था। 1894 में भीमराव अंबेडकर जी के पिता सेवानिवृत्त हो गए और इसके दो साल बाद अंबेडकर की मां की मृत्यु हो गई। बच्चों की देखभाल उनकी चाची ने कठिन परिस्थितियों में रहते हुये की। रामजी सकपाल के केवल तीन बेटे, बलराम, आनंदराव और भीमराव और दो बेटियाँ मंजुला और तुलासा ही इन कठिन हालातों मे जीवित बच पाए।

अपने भाइयों और बहनों मे केवल अंबेडकर ही स्कूल की परीक्षा में सफल हुए और इसके बाद बड़े स्कूल में जाने में सफल हुये। अपने एक देशस्त ब्राह्मण शिक्षक महादेव अंबेडकर जो उनसे विशेष स्नेह रखते थे के कहने पर अंबेडकर ने अपने नाम से सकपाल हटाकर अंबेडकर जोड़ लिया जो उनके गांव के नाम अंबावडे पर आधारित था।

इस अवसर पर मण्डल अध्यक्ष यशोदा डबरावल, महामंत्री सुभाष नायक, मण्डल उपाध्यक्ष साहब सिंह, अरविंद तिवारी, प्रेम सिंह रावत, ईश्वर सिंह, शत्रुधन सिंह, राम प्रकाश, विनोद शर्मा, मनोज शर्मा, इन्दर सिंह, देवी प्रसाद गुप्ता मण्डल कोषाध्यक्ष, संजय अग्रवाल, परशुराम यादव सहित अन्य भाजपा पदाधिकारी व वार्डवासी उपस्थित थे।