New Delhi/Alive News: यूपी विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान गुरुवार को होना है, जिसमें पश्चिमी यूपी के 11 जिलों की 58 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत ने बीजेपी के खिलाफ अपील जारी की है। मुरादाबाद में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राकेश टिकैत ने कहा कि फसल और नस्ल बचाने के लिए भाजपा को हराना जरूरी है। भाजपा ने किसानों का शोषण किया है. इस चुनाव में उन्हें दंड जरूर मिलना चाहिए।
मंगलवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने मुरादाबाद के होटल में पत्रकारों को संबोधित किया। इस मौके पर उनके साथ किसान नेता योगेंद्र यादव भी मौजूद थे। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान किसान संयुक्त मोर्चा ने उत्तर प्रदेश में भाजपा के खिलाफ अपील जारी की। मोर्चे के नेताओं ने साफ कहा है कि भाजपा ने किसानों का शोषण किया है इसलिए इस चुनाव में भाजपा को दंड जरूर मिलना चाहिए। केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकारें लगातार झूठ बोल रही हैं और किसानों को बहकाने की कोशिश कर रही हैं।
राकेश टिकैत ने कहा कि प्रदेश में एमएसपी पर खरीद नहीं हो रही है। हालत ये है कि पूर्वांचल से हजार रुपये और बिहार से आठ सौ रुपये कुंतल धान खरीदा जा रहा है। इसी तरह मध्य प्रदेश में सरकार 178 मंडियां बेचने को तैयार है। भाजपा सरकार बिजली के नाम पर किसानों को बहका रही है। पिछले घोषणा पत्र में सस्ती बिजली देने का वादा किया था और न सिर्फ कई गुना दाम वसूले बल्कि बिजली के घंटे भी कम कर दिए।
भाजपा को हराने की अपील के बाद पत्रकारों के सवाल पर जवाब देते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि किसान समझदार है और सब जानता है कि किसे वोट देना है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की नजर किसानों की जमीन पर है। जमीन बचानी है तो भाजपा को सबक सिखाना जरूरी है. उन्होंने दावा किया कि अप्रैल से फिर आंदोलन शुरू होगा और इस मर्तबा नौजवान बड़ी संख्या में आंदोलन में शामिल होगा। किसान और संगठन मजबूत रहेगा तो सभी सरकारें सही चलेंगी। किसान आंदोलन के कारण ही इस मर्तबा सभी दल किसानों की बात कर रहे हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से जारी अपील में किसानों से तीन कृषि कानूनों का हवाला देते हुए कहा है कि फसल और नस्ल बचानी है तो भाजपा को हराना होगा। आंदोलन करते किसानों पर लाठीचार्ज, आंसू गैस, बाटर कैनन से हमला, झूठ मुकदमे दर्ज करने, आंदोलन करने वाले किसानों को दलाल, आतंकवादी और देशद्रोही कहने की याद दिलाकर भाजपा का विरोध करने का आह्वान किया है। बीजेपी ने 2017 में जो वादे किसानों से किए थे, उसमें एक भी पूरा नहीं किया। कर्जमाफी भी पूरी नहीं की गई, गन्ना भुगतान नहीं मिल रहा है और न ब्याज मिला है।