Faridabad/Alive News : फरीदाबाद स्थित जीवा आयुर्वेद क्लिनिक एवं पंचकर्म केंद्र को अस्पतालों और हेल्थकेयर प्रदाताओं को राष्ट्रीय प्रमाणन देने वाले बोर्ड (एनएबीएच) से मान्यता प्राप्त हो गई है। जीवा केन्द्र यह मान्यता प्राप्त करने वाला हरियाणा का पहला पंचकर्म क्लिनिक बन गया है। प्रतिष्ठित, राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त एनएबीएच प्रमाणन वर्तमान में भारत में एक दर्जन से भी कम पंचकर्म क्लिनिक को मिला है।
इसका कारण यह है कि राष्ट्रीय मानकों के साथ बारीकी से जांच करने की कठोर मूल्यांकन प्रक्रिया के आधार पर एनएबीएच प्रमाणन दिया जाता है। मूल्यांकन के तहत उपचार और दवाइयों, रोगी की देखभाल, रोग का प्रबंधन, नैतिक उपचार, निरंतर गुणवत्ता सुधार, डॉक्टरों और कर्मचारियों का प्रशिक्षण, इंफ्रास्ट्रक्चर, रोगियों और संरक्षकों की सुरक्षा, मरीजों के अधिकारों की रक्षा आदि की गुणवत्ता की जांच की जाती है। जीवा पंचकर्म केंद्र इन सभी मापदंडों का सख्ती से पालन करता है। जीवा आयुर्वेद के निदेशक मधुसुदन चौहान ने कहा, ‘‘हमें हरियाणा का पहला और उत्तर भारत का दूसरा एनएबीएच से मान्यता प्राप्त पंचकर्म क्लिनिक बनने पर काफी खुशी हुई है।
यह उपलब्धि आयुर्वेद में सर्वव्यापी उत्कृष्टता की मान्यता है जिसके लिए जीवा आयुर्वेद को 1992 से ही जाना जाता है। यह रोगियों की त्रुटिरहित देखभाल और सेवा और इलाज के उच्च गुणवत्ता वाले परिणामों के साथ, प्रत्येक रोगी को व्यक्तिगत और प्रभावी उपचार प्रदान करने के हमारे वचन को मजबूत करता है। अब काफी संख्या में स्वास्थ्य बीमा प्रदाता एनएबीएच-मान्यता प्राप्त संस्थानों में इलाज करा रहे रोगियों को बीमा का लाभ दे रहे हैं, जिससे हमारे रोगियों को लाभ होगा।’
’ जीवा पंचकर्म क्लिनिक में 40 से अधिक क्लासिकल पंचकर्म उपचार की सुविधा उपलब्ध करायी जाती है। जीवा इलाज के सर्वोत्तम तरीकों, सफाई के उच्चतम स्तर, ग्राहक-अनुकूल दृष्टिकोण, पारदर्शिता और व्यावसायिकता का पालन करता है। रोगियों को कम कीमत पर आयुर्वेदिक दवाएं उपलब्ध करायी जाती है और आहार और जीवन शैली से संबंधित सलाह दी जाती है। यहां आयुर्वेद के डॉक्टरों के गहन निरीक्षण में अच्छी तरह से प्रशिक्षित विशेषज्ञों के द्वारा रोगियों की चिकित्सा की जाती है।
जीवा आयुर्वेद के देश भर में 65 आयुर्वेद केंद्र हैं, और हरियाणा, महाराष्ट्र, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में 8 पंचकर्म क्लिनिक हैं।