November 24, 2024

जरा संभल कर, फर्जी डिग्री बाट रही है लिंगयाज यूनीवर्सिटी

Faridabad/ Alive News: लिंगयाज डिम्ड यूनीवर्सिटी में फर्जी डिग्री देने का मामला सामने आया है, बीटेक इंजीनीयरिंग की पढाई करने वाले प्रमोद अश्वान नामक छात्र ने यूनीवर्सिटी पर आरोप लगाया है कि यूनीवर्सिटी में बीटेक पास की मार्कशीट फजी दी जा रही है जिसकी किसी भी शिक्षण संस्थान और सरकारी नौकरी में कोई अहमीयत नहीं है, इतना ही नहीं प्रमोद को 10वीं के बाद सीधे बीटेक में प्रवेश दिया गया और 4 साल में उनसे यूनीवर्सिटी द्वारा लाखों रूपये फीस के रूप में बसूले गये। यूनीवर्सिटी की धोखाधडी का शिकार हुए वो अकेले छात्र नहीं है उनके साथ पढने वाले ऐसे करीब 80 छात्र है जिन्हें 10वीं के बाद सीधे बी टेक की डिग्री करवाई जा रही है। छात्रों के भविष्य के साथ लिंगयाज यूनीवर्सिटी द्वारा किये जा रहे खिलवाड की शिकायत पीडित छात्र प्रमोद ने सीएम विंडो पर की है और इसकी जानकारी के लिये उन्होंने यूजीसी में भी अपील की जहां से पता लगा है कि 10वीं के बाद बी टेक की कोई डिग्री नहीं की जाती है।

पीड़ित छात्र का आरोप अपनी फर्जी मार्कशीट दिखाते हुए छात्र ने लिंगयाज यूनीवर्सिटी का बी टेक इंजीनीयरिंग का छात्र है जिसके हाथ में यूनीवर्सिटी द्वारा दी गई फर्जी मार्कशीट है। छात्र प्रमोद का आरोप है कि उसने 2013 के बैच में 10वीं पास करने के बाद बी टेक में इंजीनीयरिंग करने के लिये प्रवेश लिया था, प्रवेश के दौरान लिंगयाज में बताया गया था कि 10वीं के बेस पर ये बी टेक डिग्री कोर्स है जो कि यूजीसी से मान्यता प्राप्त है। तीन साल पढाई करने के बाद चौथे साल में जब उन्होंने एम टेक के लिये पता किया तो दूसरे कालेज वालों ने मार्कशीट को फर्जी बताते हुए मना कर दिया, जिस पर उन्होंने यूजीसी में पता किया तो वहां से लिखित में जबाब मिला कि यूजीसी 10वीं के बेस पर कोई डिप्लोमा या डिग्री नहीं करवाती है, यूनीवर्सिटी की इस धोखधडी के लिये प्रमोद ने सीएम विंडो में शिकायत की जहां लगातार चार शिकायतें करने के बाद भी कोई ठोस जबाब नहीं मिला है। इस बीच में यूनीवर्सिटी के खिलाफ कार्यवाही करने को लेकर लिंगयाज प्रबंधन ने प्रमोद को कालेज से निकाल दिया है। प्रमोद ने बताया कि कालेज प्रबंधन ने उन्हें डिग्री करने के बाद डिप्लोमा करने की स्कीम भी दी है, जबकि ऐसा करना ठीक नहीं है। पीडित छात्र ने बताया कि यूनीवर्सिटी ने अब तक उनसे फीस के नाम पर लाखों रूपये बसूल लिये हैं यूनीवर्सिटी एक प्रमोद का ही नहीं इसके साथ – साथ 80 छात्रों के भविष्य के साथ भी खिलवाड कर रही है, वो इस पूरे मामले में कार्यवाही चाहते हैं।