Faridabad/ Alive News: बांग्लादेश से 5वें विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए भारत भ्रमण के लिए आये जिला उपायुक्तों के 16 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने आज यहां स्थानीय लघु सचिवालय स्थित उपायुक्त कार्यालय के सभागार कक्ष में जिले के अधिकारियों से मिलकर जानकारियां हासिल की। इस अवसर पर नगराधीश एवं बडखल के एसडीएम रिगन कुमार ने उक्त प्रतिनिधियों को बताया कि फरीदाबाद एक पुरानी ऐतिहासिक व जानी मानी औद्योगिक नगरी है। यहां पर लगभग 3 हजार पंजीकृत उद्योग स्थापित है। जिला की जनसंख्या लगभग 18 लाख है। फरीदाबाद नगर निगम 1994 में स्वरूप में आया और यह हरियाणा प्रदेश का पहला नगर निगम है। जिले का लिंगानुपात लगभग 900 से ऊपर है तथा साक्षरता दर 80 प्रतिशत के आसपास है। रिगन कुमार ने उक्त प्रतिनिधिमंडल का जिला प्रशासन की कार्यशैली को जानने हेतू आने पर स्वागत व्यक्त किया। फरीदाबाद नगर निगम की और से शहरी योजना के जीएम महताब आलम ने फरीदाबाद स्मार्ट सिटी योजना के सम्बंध में प्रोजेक्ट के माध्यम से बांग्लादेशी उपायुक्तों को विशेष जानकारी दी।
नगर निगम के सलाहकार एन.के.कटारा तथा कार्यकारी अभियंता रमेश बंसल ने भी रूप रेखा रखी। उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट की लागत 2600 करोड़ रूपये है। जिसके अंतर्गत यहां के सेक्टर 19, 20, 21ए, 21बी तथा 21 डी तथा दो गांव फतेहपुर चंदीला व अजरौंदी को शामिल किया गया है। इसके अलावा दो स्लम कलस्टर संत नगर व फ्रेंडस कालोनी भी इसमें शामिल किये गये है जिसके अंतर्गत स्थानीय ऐतिहासिक बराही तालाब तथा बडख़ल झील के जीर्णोद्वार का प्रस्ताव भी रखा गया है।
बांग्लादेशी उपायुक्तों का 16सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भारत सरकार के नेशनल सेन्टर फॉर गुड गर्वनेंस कोजी नुक कम्पलैक्स मंसूरी के एसोसिएट प्रोफेसर डा. एम.पी.सिंह की अगुवाई में जिले मेंं पहुंचा था। डा. सिंह सहित सभी मेहमान उपायुक्तों ने जिला प्रशासन की शानदार कार्यवाही के लिए आभार प्रकट करते हुए उन्हें दिये गये अनुपम स्वागत व सम्मान के लिए भी धन्यवाद प्रकट किया। इस मौके पर बल्लभगढ के एसडीएम अमरदीप जैन, डीसीपी सैन्ट्रल विरेन्द्र विज तथा उपश्रमायुक्त अजय पाल डूडी सहित जिला के कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।