Faridabad/Alive News : शिवदुर्गा बिहार स्थित आईडियल सी.सै.स्कूल में बैसाखी बड़ी धूमधाम से मनाई गई। रंग-बिरंगे परिधानों में सभी बच्चे बेहद खूबसूरत लग रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल की वाईस प्रिंसीपल रश्मी भारती ने की। कार्यक्रम में छात्रों ने कविता, भाषण, नाटक के माध्यम से बैसाखी की महिमा का गुणगान किया। इसके अलावा लघुनाटिका, देशभक्ति, गीत और पंजाबी नृत्य के माध्यम से बैसाखी के त्यौहार के महत्व को दर्शाया।
बच्चों ने लघुनाटिका के माध्यम से जलियावाला बाग हत्याकांड पर भी प्रकाश डाला और शहीदों को याद किया। इसके साथ ही नगाड़ो की थाप पर छात्र जमकर झूमे और बैसाखी के त्यौहार का आनन्द लिया। इस अवसर पर स्कूल की प्रिंसीपल सुदेश भड़ाना ने बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि बैसाखी सिख धर्म का प्रमुख त्योहार है जो बैसाख माह में मनाया जाता है।
इस दिन सूर्य मेष राशि में प्रवेश करता है और किसान अपनी रबी की फसल को काटकर खुशी मनाते हैं। इस दिन को नया साल भी कहा जाता है। बैसाखी में गेहूं की फसल पूरी तरह से पक जाती है, जिसकी किसानों द्वारा कटाई शुरू की जाएगी। इसी दिन सिखों के दसवें गुरू गोविंद सिंह जी ने आनंदपुर साहिब में खलसा पंत की नींव रखी थी। इसलिए इस पर्व का महत्व और भी बढ़ जाता है।