November 17, 2024

जमीन अधिग्रहण नीति के विरोध में ग्रामीणों ने किया बडौली पुल जाम

Faridabad/Alive News: हरियाणा शहरी विकास प्राधिकारी (एचएसवीपी) द्वारा बडौली और प्रहलादपुर गांव की जमीन अधिग्रहण नीति के विरोध में बुधवार को गांव के लोगों ने सरकार और एचएसवीपी के विरोध में जमकर नारेबाजी की और बडौली पुल जाम किया।

ग्रामीणों ने एचएसवीपी और सरकार पर आरोप लगाया कि एचएसवीपी गांव की जमीन को कम दाम में अधिग्रहण कर बिल्डरों को महंगे दाम में बेच रहा है। उन्होंने कहा कि गांव सौ साल पहले का बसा है और अब गांव को उजाड़ कर सरकार शहर बसाना चाहती है।

दरअसल, एचएसवीपी 18 फरवरी को गांव की जमीन नीलाम करने वाला था। इसको लेकर ग्रामीणों ने पहले भी एचएसवीपी के अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा था और गांव की जमीन को अधिग्रहित न करने की गुहार लगाई थी लेकिन अधिकारियों द्वारा संबंधित मामले कोई जबाव नही दिया। इसी वजह से बुधवार को ग्रामीणों ने बडौली पुल पर जाम लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। हालांकि, स्टेट अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि एचएसवीपी जमीन का अभी अधिग्रहण नहीं करेगा, इसके बाद ग्रामीणों ने जाम खोला।

क्या कहना है ग्रामीणों का
सिर्फ बडोली गांव में 500 के करीब मकान बने हुए है। जिन्हें एचएसवीपी तोड़ना चाहता है और ग्रामीणों को जमीन का कम मुआवजा देकर गांव की जमीन बिल्डरों को महंगे दामों पर बेचकर मुनाफा कमाना चाह रहा है। लेकिन हम ग्रामीण अपनी जमीन विभाग को नहीं देना चाहते। हम यहां सालों से बसे है, इस गांव को हम उजड़ने नही देंगे।

-सूरज चंदीला, स्थानीय बडौली गांव

हमने, आज एचएसवीपी की जमीन अधिग्रहण नीति का बडौली पुल जाम कर विरोध किया है। विभाग के स्टेट अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर हमें आश्वासन दिया कि एचएसवीपी गांव की जमीन का ऑक्शन नहीं करेगा। उसके बाद ग्रामीणों ने जाम खोला। एचएसवीपी गांव की जमीन को 650 रूपये गज के हिसाब से ले रहा है और एक लाख रुपए गज के हिसाब से बिल्डरों को बेच रहा है।
-वीरपाल, स्थानीय बडौली गांव।