Faridabad/Alive News : सोमवार को आढ़ती एसोसिएशन अपनी छह मांगों को लेकर पूरे दिन अनिश्चित कालीन हड़ताल पर रहे। हड़ताल के दौरान मंडी में किसी भी तरह की कोई खरीद फरोख्त नहीं की गई। आढ़तियों ने यह हड़ताल सरकार द्वारा बनाई गई ई-नेम पोर्टल के विरोध में किया। इस दौरान हरियाणा की सभी अनाज मंडियों में आढ़तियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल रही। हड़ताल पर बैठे आढ़तियों ने सरकार के खिलाफ और जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बल्लभगढ़ की अन्जा मंडी में आढ़तियों ने हरियाणा सरकार के मुर्दाबाद के नारे लगाए और सरकार को अपनी इस योजना को वापस लेने की चेतावनी दी।
मार्केट फीस में किया इजाफा
आढ़तियों का कहना है कि जो सरकार ने मार्केट फीस को बढ़ाकर 4 प्रतिशत कर दिया है। जबकि पहले मार्केट फीस 2.50 प्रतिशत थी। इस फीस को पहले जैसे ही किया जाए और आढ़तियों की मांग है कि जो ढाई प्रतिशत कमीशन आढ़तियों को मिला था। वह सरकार ने अब 40 रुपए फिक्स कर दिया है जबकि बंसीलाल सरकार से लेकर अब तक ढाई प्रतिशत कमीशन मिलता आ रहा है और सरकार को ढाई प्रतिशत कमीशन ही रखना चाहिए ।
आढ़तियों ने कहा कि उनकी तीसरी मांग है कि सरकार जो प्राइवेट में खरीद पोर्टल द्वारा करने का दबाव आढ़तियों पर बना रही, वह सही नही है। इस प्राइवेट खरीद को पोर्टल द्वारा नहीं किया जाना चाहिए पहले जैसे खरीद की प्रक्रिया को जारी रहने दिया जाए। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करेगी तब तक वह हड़ताल पर रहेंगे।
हड़ताल के दौरान सभी मंडियों में किसान की फसल की खरीद बंद रहेगी। जिससे मंडियों में पूरी तरह से सनाटा पसरा हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार आढ़तियों की जायज मांगों को भी नहीं पूर्ण कर रही है। आढ़ती बर्बाद होने के कगार पर पहुंच गया है, क्योंकि जो आढ़त मिलती थी। उसमें भी काफी कमी कर दी गई है। हालांकि, हरियाणा का आढ़ती सरकार से बात करना चाहता है, लेकिन सरकार बातचीत के लिए भी आगे नहीं आ रही है। जिसके बाद मजबूरन आज वह हड़ताल पर बैठे है।