November 16, 2024

लाउडस्पीकर से अनाउंसमेंट असंवैधानिक और तुगलकी फरमान, होगी बुजुर्ग और बीमार लोगों को परेशानी

Faridabad/Alive News: अब हरियाणा सरकार भोर में विद्यार्थियों को जल्द जगाकर पढ़ाने के लिए नया तरीका इस्तेमाल करेगी, इसको लेकर शिक्षा मंत्री ने घोषणा की है कि धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर के माध्यम से सुबह ऊंची आवाज में अनाउंसमेंट कर विद्यार्थियों को पढ़ने के लिए जगाया जायेगा। सोशल एक्टिविस्ट ने शिक्षा मंत्री के इस फरमान को असंवैधानिक और तुगलकी फरमान करार दिया। हरियाणा के शिक्षा मंत्री की यह घोषणा सोशल एक्टिविस्ट और शिक्षाविद में चर्चा का विषय बनी हुई है।

दरअसल, शिक्षा मंत्री ने बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों को जल्‍दी जगाने के लिए धार्मिक स्थल में लगे लाउडस्‍पीकर से घोषणा करने का आदेश दिया है। छात्रों को बोर्ड परीक्षा की तैयारी में मदद करने के लिए सुबह जल्दी जगाने के लिए हरियाणा के शिक्षा विभाग ने यह आदेश दिया है। इसके तहत धार्मिक स्‍थलों में लगे लाउड स्‍पीकर से अनाउसमेंट की जाएगी कि स्‍टूडेंट उठ जाए और परीक्षा की तैयारी के लिए पढ़ाई करने में जुट जाएं।

वहीं, दूसरी और सामाजिक संस्थाओं और लोगों ने शिक्षा मंत्री के आदेशों की आलोचना करते हुए कहा कि एक तरफ सरकार लाउडस्पीकर से होने वाली ध्वनि प्रदूषण का हवाला देकर धार्मिक स्थल से लाउडस्पीकर हटवा रही है। वहीं, दूसरी ओर सोशल एक्टिविस्ट और आम नागरिक ने शिक्षा मंत्री के लाउडस्पीकर के माध्यम से सुबह पढ़ने के लिए विद्यार्थियों को जगाना के फरमान को असंवैधानिक और तुगलकी फरमान बताया, तो शिक्षाविद ने सरकार फैसले को सराहा है

क्या कहना है लोगों का
सरकार को राज्य में चरमराती शिक्षा प्रणाली को ठीक करने की आवश्यकता है। बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए सरकार को बुनियादी ढांचे में सुधार करना चाहिए और इस तरह के निर्देश जारी नहीं करने चाहिए। ऐसा लगता है कि राज्य की चरमराती शिक्षा प्रणाली से ये जनता का ध्यान भटकाने के लिए तुगलकी फरमान जारी किया गया है। शिक्षा मंत्री के इस फरमान से सबसे ज्यादा समस्या बुजुर्गों और बीमार लोगों को होगी।
-कैलाश शर्मा, प्रदेश महासचिव- हरियाणा अभिभावक एकता मंच।

बोर्ड परीक्षा करीब है। ऐसे में पहले स्कूलों में अध्यापकों की कमी बच्चों की पढ़ाई में बाधक बनी हुई है। जिसके कारण बच्चे अपने बोर्ड एग्जाम की सही से तैयारी नहीं कर पाए हैं। बोर्ड कक्षाओं के बेहतर परिणाम और बच्चों के भविष्य के लिए यदि सरकार द्वारा जारी इस आदेश का लाभ होता है तो इसे राज्य में जरूर लागू करना चाहिए।

  • डॉ जगदीश चौधरी, शिक्षाविद।