खुद्दारी रखी बरकरार, भाग्य ने दिया साथ और बना लिया भविष्य
Kurukshetra/Alive News : माया नगर मुंबई में प्रतिदिन असंख्य युवा टीवी और फिल्म जगत में अपना कैरियर बनाने के लिए कदम रखते हैं। इतिहास गवाह है कि इन असंख्य युवाओं की भीड़ में चंद युवा ही अपना भविष्य बना पाते हैं। धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में जन्मा, पला-बड़ा अनिल वर्मा भी इसका अपवाद नहीं है। कुरुक्षेत्र के थर्डगेट निवासी अनिल वर्मा ने अपनी अभिनय क्षमता, मेहनत और भाग्य की बदौलत आज खुद को माया नगरी में इस कदर स्थापित कर लिया है कि उसके पास काम की कोई कमी नहीं है। यही वजह है कि आज वह किसी परिचय का मोहताज नहीं है। टीवी सीरियल सावधान इंडिया, आ लक्ष्मी, सीआईडी, अम्मा जी, इच्छाधारी नागिन, क्राइम पट्रोल, जाट की जुगनी, लव का है इंतजार, चिडिय़ाघर, अशोका, गंगा, बाजीराव पेशवा, एक था राजा एक थी रानी, सुहानी सी एक लड़की जैसे दर्जनों टीवी सीरियलों में अहम किरदार निभा चुके अनिल वर्मा ने अपने निवास कुरुक्षेत्र पहुंचने पर एक भेंट में बताया कि उन्होंने बारहवीं तक की पढ़ाई सीनियर मॉडल स्कूल में की। उसके बाद उन्होंने यूनिवॢसटी कॉलेज से बीए किया। इस दौरान विश्वविद्यालय में आयोजित होने वाले युवा महोत्सव में उन्होंने बढ़-चढ़कर भाग लिया। अनिल वर्मा ने बताया कि अभिनय के प्रति उन्हें बचपन से शौक था। उनके परिजन इसके खिलाफ थे। बीए करने के बाद उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय से 2010-12 बैच में एम.ए. थियेटर किया। इसके बाद अभिनय यात्रा आरंभ हुई।
कई बार गए मुंबई, हर बार मिला काम
अनिल ने बताया कि एम.ए. थियेटर करने के बाद उन्होंने फ्रीलांस एंकरिंग, रोड शो के अलावा मल्टी आर्ट के नाटकों में एज के एक्टर काम किया। वर्ष 2012 में वे मुंबई चले गए। 2-3 महीने वहां रहकर उन्होंने सावधान इंडिया, आ लक्ष्मी और सीआईडी धारावाहिकों में काम किया। मुंबई में रहने की दिक्कत और आर्थिक परेशानी के चलते वे वापिस आ गए। फिर उन्होंने तीन साल डीपीएस स्कूल पिंजौर में बतौर शिक्षक कार्य किया। इन तीन सालों में भी हर साल स्कूल में होने वाली दो बार की छुट्टियों में वे मुंबई जाते और जितने दिन वहां रहते दो-तीन सीरियलों में अवश्य काम करके आते। वर्ष 2016 में उन्होंने स्कूल की नौकरी छोड़कर मुंंबई में स्थाई रूप से काम करने का निर्णय लिया और तब से अब तक वे लगातार दर्जनों सीरियलों में काम कर रहे हैं। उन्होंने सब टीवी के इच्छाधारी नागिन में लगातार 11 ऐपीसोड तक अहम रोल किया। चिडिय़ाघर में भी उन्हें चोर के किरदार का बड़ा बे्रक मिला। सावधान इंडिया, सीआईडी के 10 से अधिक ऐपीसोडों में नैगेटिव रोल निभा चुके हैं। जीटीवी के शपथ सीरियल में उन्होंने मुख्य नैगेटिव रोल अदा किया था।
योग्यता के साथ भाग्य ने भी दिया साथ
अनिल वर्मा ने कहा कि मायानगरी मुंबई में भाग्य आजमाने के लिए आने वाले युवाओं में अधिकांश युवा योग्यता से भरपूर होते हैं, परन्तु भाग्य का साथ न मिलने के कारण बहुत से युवा वापिस लौट जाते हैं, परन्तु उनके साथ ऐसा नहीं हुआ। उनकी अभिनय क्षमता के साथ-साथ उनके भाग्य ने उनका पूरा साथ दिया। यही वजह रही कि उन्हें मायानगरी में अधिक संघर्ष नहीं करना पड़ा और अपनी योग्यता और भाग्य की बदौलत उन्हें लगातार काम मिल रहा है। उन्होंने अपनी मेहनत और जुनून की बदौलत खुद को मायानगरी में स्थापित किया। भाग्य ने हर कदम पर उनका साथ दिया और उनका भविष्य बन गया। शीघ्र ही वे बिगमैजिक के सीरियल रुद्र के रक्षक में अहम किरदार निभाते दिखाई देंगे।