Faridabad/Alive News : विजय रामलीला कमेटी के ऐतिहासिक और पौराणिक मंच पर प्रथम दृश्य में हनुमान जी ने पत्थर पर राम नाम अंकित किया और उन पत्थरों से नल नील द्वारा सेतु बांधा गया जिस पर चढ़ कर सेना सहित राम जी पार उतरे।
उसके बाद लंका से विभीषण को देश निकाला दिया गया। विभीषण राम जी की शरण मे आये जहाँ राम जी ने उनका राज तिलक कर उन्हें लंकापति घोषित किया। इसके बाद 6 माह से सोये कुम्भकर्ण को गाजे-बाजो के साथ उठाया गया।
अंतिम और मुख्य दृश्य वह रहा जहां जंग से पहले दूत बनाकर भेजे गए अंगद और रावण में संवाद हुआ। अंगद बने वैभव लरोइया ने अपने अभिनय से किरदार में जान डाल दी वहीं दूसरी ओर रावण बने टेकचन्द ने भी अपने किरदार के साथ पूरा न्याय किया।
आज इसी मंच पर लक्ष्मण मूर्छा और कुंभकर्ण वध दिखाए जाएंगे ।