September 28, 2024

जीवा स्कूल में अद्भुत अभिवृद्धि कार्यक्रम का आयोजन

Faridabad/Alive News:जीवा स्कूल में शिक्षकों के लिए स्कूल प्रबंधन की ओर से एक अद्भुत अभिवृद्धि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यालय के सभी अध्यापकों के लिए नवीनतम ऊर्जा से भरपूर भ्रमण का आयोजन किया गया। शिक्षकों को ग्रेटर फरीदाबाद स्थित जीवाग्राम ले जाया गया।जीवाग्राम फरीदाबाद का एकमात्र आधुनिक एवं समग्र सुविधाओं से सुसज्जित आयुर्वेदिक उपचार संस्थान है।

जीवाग्राम की नींव जीवा आयुर्वेद संस्थान के अध्यक्ष ऋषि पाल चौहान प्रसिद्ध वैष्णव विद्वान और आध्यात्मिक गुरु श्री सत्यनारायण दास विश्व विख्यात आयुर्वेदाचार्य डॉक्टर प्रताप चौहान युवा डायरेक्टर मधुसूदन चौहान द्वारा रखी गई थी। जीवाग्राम में आयुर्वेद चिकित्सा का संचालन अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित आयुर्वेद आचार्य डॉ प्रताप चौहान युवा निदेशक मधुसूदन चौहान और अंतर्राष्ट्रीय परियोजना प्रमुख काजल चौहान की देखरेख में किया जाता है। इस कार्यक्रम में विद्यालय के ष्हेड ऑफ स्पेशल प्रोग्राम एंड ट्रेनिंग जयवीर सिंह ने भी अपना विशेष योगदान दिया।

आज के समय में अध्यापकों की जीवन शैली बहुत व्यस्त एवं तनाव भरी होती है।विद्यालय प्रबंधन ने विषय को समझते हुए ही इस कार्यक्रम का आयोजन किया। इस सत्र के माध्यम से उन्हें तनाव रहित रहने एवं स्वस्थ रहने के लिए अनेक सुझाव दिए
गए। विद्यालय प्रबंधन का यह प्रयास सभी अध्यापकों के लिए बहुत लाभकारी सिद्ध होगा। सत्र के दौरान उन्हें जीवाग्राम के ध्यान कक्ष योग कक्षए फार्मेसी प्राकृतिक चिकित्सा कक्ष रसोई डाइनिंग हॉल उपहार कक्ष और कला और शिल्प कक्ष इत्यादि का अवलोकन कराया गया। इसके साथ.साथ वहां स्थित उपचार कक्षों का अवलोकन कर सभी को बहुत अच्छा लगा।

यदि जीवाग्राम के बुनियादी ढांचे पर नजऱ डालें तो यह प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर एवं बहुत शांतिप्रिय स्थान है। प्रत्येक कमरे में शुद्ध रोशनी और ताजी हवा के लिए चौड़ी खिड़कियाँ हैए इसके अलावा शीतलता के लिए दीवारों को गाय के गोबर चंदन और हल्दी पाउडर से रंगों से रंगा गया है। परिसर के चारों ओर झरनों की उपस्थिति एवं शानदार हरियाली ने प्राकृतिक
सौंदर्य को बढ़ा दिया है।

अध्यापकों को आवश्यक और सरल योग अभ्यास और ध्यान करने का अभ्यास कराया गया। उपचार प्रभाव के लिए कुछ त्वरित घरेलू नुस्खों पर भी चर्चा की गई। सात्विक भोजन और स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने के तरीके बताए गए।जीवाग्राम के आतिथ्य ने सभी अध्यापकों को कृतज्ञता और दायित्व से भर दिया। यह यात्रा अति ज्ञानवर्धकए रोमांचक रही जो जो अविस्मरणीय रहेगी।