November 16, 2024

आगंनबाडी कार्यकर्ताओं ने काले कपड़े हाथो में बांधकर मनाया काला दिवस

Kurushetra/Alive News : जहां एक ओर कुरूक्षेत्र जिला प्रशसन के लिए जींद रैली को कामयाब करने के लिए भारी पुलिस बल का सहयोग लेना पडा वही दुसरी ओर आगंनबाडी कार्यकर्ताओं आज चौथे दिन अपने धरने प्रदर्षन को ओर तेज कर दिया सुबह से धीरे धीरे आगंनबाडी कार्यकर्ता काले कपडे पहन कर ओर हाथों में काले झण्डे लेकर द्रोणचार्य स्टेडियम में एकत्रित होने लगी जिससे देखते-देखते रैली का रूप ले लिया क्योकि आंगनबाडी कार्यकर्ताओं ने पहले ही कहां था कि 15 फरवरी का काला दिवस के रूप में मनाएगीं जिससे जिला प्रशसन के हाथ पैर फूलने लगे।

आगंनबाडी कार्यकर्ताओं स्टेडियम में एकत्रित होकर पिपली जाम की चेतावनी दे दी ओर सभी एकत्रित होकर कुरूक्षेत्र से पिपली की ओर रवाना होने लगी जैसे ही इसकी भनक पुलिस को लगी तभी भारी संख्या में पुलिस अपने वाहन लेकर स्टेडियम में पहुचं गया ओर उनको रोकने लगा लेकिन आगंनबाडी कार्यकर्ता भारी संख्या में होने के कारण पुलिस उनके आगे बौनी नजर आई ओर कार्यकर्ताओं ने जिला उपायुक्त की अपना रूख कर लिया जहां पर पुलिस पुरी तरह से मुस्तैद दिखाई दी ओर बैरिकेट का सहारा लेना पडा।

आगंनबाडी कार्यकर्ता मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटटर का पुतला लेकर ओर भाजपा सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए उपायुक्त कार्यलय की ओर बढने लगी तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया आगंनबाडी कार्यकर्ता उपायुक्त से मिलने की मांग कर रही थी ओर अपना धरने का 4 बजे तक लगातार जारी रखने की बात कही जिससे कार्यकर्ता उपायुक्त कार्यलय के बहार बैठ गई।

आगंनबाडी कार्यकर्ताओं ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि वह हमारी मांगे नही मानती तो वो गिरफतारीयां देने से भी फरहेज नही करेगी ओर आर पार की लडाई लडने के लिए तैयार रहेगी। युनियन की जिला सचिव कलावतीं ने आगंनबाडी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमने मुख्यमंत्री को अपनी सभी मागें का ब्यौरा भेज दिया है फिर भी सरकार के कानों तक आवाज नही पहुंच रही है

जिससे साफ जाहिर होता है किस प्रकार हरियाणा में महिलाएं धरने प्रदर्षनों का सहारा ले रही है ओर बेटी बचाओ बेटी पढाओं की पोल खोल रही है जिला सचिव ने बताया कि आज इतनी भारी संख्या में कार्यकर्ताओं ने अपनी हाजिरी दिखाई है जिससे साफ जाहिर होता है कि आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को अपना व अपने परिवार का गुजारा करने में कितनी दिक्कतों का सामना करना पड रहा है।