November 18, 2024

विद्यार्थियों के बाद अब शिक्षकों को टैब देगी हरियाणा सरकार

Chadigarh/Alive News: हरियाणा में 10वीं से 12वीं कक्षा को पढ़ाने वाले 33 हजार पीजीटी (शिक्षक) को भी मुफ्त टैब मिलेंगे। बोर्ड कक्षा 10वीं-12वीं के पांच लाख विद्यार्थियों को टैब के साथ दो जीबी डाटा प्रतिदिन और पीएएल (पर्सनलाइज्ड अडेप्टिव लर्निंग) प्लेटफार्म उपलब्ध करवाया जाएगा। इन्हें टैब वितरण की शुरुआत पांच मई को एमडीयू रोहतक के टैगोर सभागार से होगी। शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने सोमवार को यहां टैब वितरण का पोस्टर लांच करने के बाद प्रेस वार्ता में यह जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि 11वीं कक्षा में अभी बच्चों का दाखिला नहीं हुआ है। 10वीं कक्षा का बोर्ड परिणाम आने के बाद जून 2022 में 2.30 लाख से अधिक विद्यार्थियों के लिए अलग से टैबलेट खरीद की जाएगी। आठवीं-नौंवी के बच्चों के लिए चरणबद्ध तरीके से टैब की व्यवस्था करेंगे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा देशभर के राज्यों के लिए एक बार फिर से मिसाल बनने जा रहा है। सरकार की महत्वाकांक्षी योजना को ई-अधिगम नाम दिया गया है।

कंवर पाल ने कहा कि पांच मई को रोहतक शहर के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को टैब दिए जाएंगे। राज्य के 119 खंडों में भी टैब वितरण समारोह इसी दिन शुरू होगा। जिलों में मंत्री, सांसद, विधायक, अन्य अतिथि, डीसी एवं जिला प्रशासन टैब बांटेंगे। ई-अधिगम से हरियाणा का विद्यार्थी ग्लोबल स्टूडेंट हो जाएगा। कोविड के दौरान गरीब माता-पिता के पास बच्चे की ऑनलाइन पढ़ाई का कोई संसाधन नहीं था।

सरकार ई-अधिगम के माध्यम से यह कमी पूरी करने जा रही है। यह योजना सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले अधिकतर बच्चों के लिए ऑनलाइन शिक्षा में कारगर कदम साबित होगी। खासकर उनके लिए जो स्मार्टफोन और टैब जैसे उपकरणों को खरीदने में असमर्थ हैं। युवाओं को रोजगारपरक शिक्षा प्रदान करने व कुशल बनाने के लिए गुरुग्राम में विश्व कौशल केंद्र की स्थापना की जाएगी*

620 करोड़ रुपये से खरीदे टैब
शिक्षा मंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों को टैबलेट सैमसंग ए7 लाइट टी225 मॉडल दिए जाएंगे। 5 मई को 3 लाख टैब बांटेंगे, 2 लाख टैब का वितरण मई अंत में किया जाएगा। टैब का आकार 8.7 इंच व मूल्य 12400 रुपये प्रति टैब है। इन्हें 620 करोड़ रुपये की लागत से खरीदा है। इसमें इंटरनेट एयरटेल और रिलायंस जियो देगी। टैबलेट की एक वर्ष की गारंटी है, खराब होने पर कंपनी ठीक करेगी। उन्होंने कहा कि सिम पर 50 करोड़ रुपये, पीएएल सॉफ्टवेयर पर 10 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।