Palwal/Alive News : किसी की याद जब आए वही तो प्यार होता है, कोई दिल को यूं ही छू जाए वही तो प्यार होता है, समझकर सोचकर तो सिर्फ सौदा ही किया जाए, जो नासमझी में हो, वही तो प्यार होता है। जैसे ही राष्ट्रीय स्तर के कवि दिनेश रघुवंशी ने यह पंक्तियां मंच से सुनाई, पूरा पंडाल तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंज उठा। मौका था शिक्षक दिवस एवं फ्रैशर्स-डे के अवसर पर एडवांस्ड एजूकेशनल इंस्टीट्यूशंस द्वारा आयोजित विराट कवि सम्मेलन का। सम्मेलन में राष्ट्रीय स्तर के तीन कवियों दिनेश रघुवंशी, शम्भू शिखर एवं सुदीप भोला ने धुआंधार तरीके से प्रेमरस, देशभक्ति, श्रंगार रस, तथा हास्यप्रद कविताओं से ऐसा समां बांधा कि कार्यक्रम में मौजूद श्रौताओं का उत्साह देखते ही बन रहा था।
कार्यक्रम में हसीं के फव्वारे फूट रहे थे। तीनों ही कवियों ने अपनी-अपनी उत्कृष्ट रचनाओं के साथ समस्त श्रोताओं का खूब मनोरंजन किया। पूरे कवि सम्मेलन के दौरान संस्थान के छात्र-छात्राऐं बेहद उत्साह में दिखे एवं कवियों के काव्य पाठ का पूरा आनन्द उठाया। कार्यक्रम में एईआई के चेयरमैन विनय गुप्ता चेयनमैन, वाइस चेयनमैन ईश पुनियानी, कोषाध्यक्ष संजीव चन्द्रा, ट्रस्टी राजीव मंगला, निदेशक प्रो०आरएस चौधरी, प्राचार्या डॉ. लक्ष्मी शर्मा, नीलम सिंगला एवं एआईपी की प्राचार्या अर्पणा राणा विशिष्ट अतिथियों के रूप में उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरूआत विद्या की अधिष्ठात्री देवी सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन के साथ की गई। तत्पश्चात् बी.टेक. के छात्र संचित द्वारा शास्त्रीय नृत्य के साथ गणेश वन्दना प्रस्तुत की गयी। कार्यक्रम में संस्थान के चारो कॉलेज एआईटीएम, एसीटीएम, एआईपी एवं एआईई के बीटेक, एमटेक, एमबीए, एमसीए, बीबीए, बीसीए, बीफार्मा, एमफार्मा, डीएड, बीएड एवं एमएड के छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया।
संस्थान की नेहा नैन्सी आदि छात्र-छात्राओं ने भी कार्यक्रम में अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए बेहतरीन आधुनिक एवं पाश्चात्य, राजस्थानी, पंजाबी, हरियाणवी एवं अन्य क्षेत्रीय नृत्यों के साथ सांस्कृतिक झलकियां द्वारा वातावरण को मनमोहक एवं बेहद मनोरंजक बनाया। इस अवसर पर इंस्टीट्यूट के चेयरमैन विनय गुप्ता ने नए छात्र-छात्राओं का संस्थान परिसर में स्वागत करते हुए संस्थान में अध्यययनरत छात्र-छात्राओं को उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
साथ ही संस्थान के निदेशक प्रो०आरएस चौधरी ने छात्र-छात्राओं को शिक्षक की छात्र के जीवन में भूमिका पर प्रकाश डालते हुए वर्तमान वैश्विक समाज की आवश्यकताओं के विषय से छात्र-छात्राओं को अवगत कराया तथा छात्र जीवन में अनुशासन के साथ उपलब्धि अर्जित करने की प्रेरणा देते हुए राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का संकल्प दिलाया।