Faridabad/Alive News: अनुसंधान को बढ़ावा देने और उत्साही शोधकर्ताओं को विश्वविद्यालय में शोध के लिए आकर्षित करने के उद्देश्य से जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, ने जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) उत्तीर्ण उम्मीदवारों के लिए दाखिला प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
विश्वविद्यालय ने जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) की योग्यता रखने वाले उम्मीदवारों के लिए पीएचडी कार्यक्रम में सालभर दाखिला आयोजित करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय कुलपति प्रो. एस. के. तोमर की सोच के अनुरूप विश्वविद्यालय में अनुसंधान के लिए मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने और नवीन अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों के लिए उत्साही शोधकर्ताओं को आकर्षित करने के दृष्टिगत लिया गया है।
डीन प्रो राजेश आहूजा ने बताया कि विश्वविद्यालय पीएचडी पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए साल में दो बार जनवरी और जुलाई के महीने में दाखिला करता है। कई बार विश्वविद्यालय का दाखिला कार्यक्रम जेआरएफ परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले उम्मीदवारों के लिए अनुकूल नहीं होता, जिस कारण वह प्रवेश प्रक्रिया में हिस्सा लेने से वंचित रह जाते है। ऐसे उम्मीदवारों को पीएचडी पाठ्यक्रम में आकर्षित करने के लिए विश्वविद्यालय ने जेआरएफ योग्यता रखने वाले उम्मीदवारों के लिए प्रवेश प्रक्रिया को आसान बनाने का निर्णय लिया है।
जेआरएफ योग्यता रखने वाले उम्मीदवार अब पर्यवेक्षक की सहमति के साथ संबंधित विभाग में दाखिला फॉर्म जमा करवा सकते हैं। ऐसे शोधार्थियों की दाखिला प्रक्रिया विभाग द्वारा विश्वविद्यालय के नियमों के अनुसार की जाएगी। हालांकि, ऐसे शोधार्थियों को पीएचडी पाठ्यक्रम में प्रवेश देते समय विश्वविद्यालय राज्य सरकार के आरक्षण नियमों का पालन करेगा।