January 5, 2025

प्रदूषण नियंत्रण को लेकर प्रशासन सतर्क, उल्लंघन करने वालों पर होगी कार्रवाई

Faridabad/Alive News: जिला प्रशासन फरीदाबाद जिला में प्रदूषण नियंत्रण को लेकर पूर्ण रूप से सतर्क है। जिला में पर्यावरण के लिए घातक बेरियम साल्ट वाले पटाखे बेचने व प्रयोग करने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। जिला में किसी को भी सुप्रीम कोर्ट व एनजीटी के आदेशों की जिला में अवहेलना नहीं करने दी जाएगी। जिला में पटाखों का भंडारण, बिक्री व इस्तेमाल करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम, 1986 की धारा 5 के निर्देशों का उल्लंघन करने वाले उक्त अधिनियम की धारा 15 के तहत दंड के लिए उत्तरदायी होंगे।

सर्दियों के महीनों में विशेष रूप से अक्टूबर से जनवरी के दौरान एनसीआर के साथ-साथ हरियाणा राज्य में वायु प्रदूषण अपने चरम पर होता है और यह भी देखा गया है कि सर्दियों के महीनों के दौरान होने वाली विभिन्न घटनाएं हरियाणा राज्य में विशेष रूप से भारत के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्रों के आसपास के जिलों में वायु प्रदूषण के स्तर को बढ़ाती हैं। विभिन्न आयोजनों के दौरान, पटाखे फोड़ने से वायु प्रदूषण का स्तर प्रभावित होता है क्योंकि पटाखे न केवल हवा में धातु के कण, खतरनाक विषाक्त पदार्थ, हानिकारक रसायन और हानिकारक गैसें छोड़ते हैं बल्कि पीएम 2.5 या पीएमटीई जैसे हानिकारक कण भी बढ़ाते हैं जो परिवेशी वायु गुणवत्ता पर बहुत गंभीर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं।

उपरोक्त के मद्देनजर, पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम, 1986 की धारा 5 के तहत प्रदत्त शक्तियों के साथ पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी अधिसूचना संख्या एसओ 152 (ई) 10 फरवरी 1988 के तहत प्रदत्त शक्तियों के तहत, निम्नलिखित निर्देश जारी किए जाते हैं कि “हरियाणा राज्य में एनसीआर क्षेत्र में आने वाले जिलों में सभी प्रकार के पटाखों के विनिर्माण, भंडारण, बिक्री (एनसीआर ऑनलाइन विपणन प्लेटफार्मों के माध्यम से वितरण सहित) और फोड़ने पर 17 जनवरी 2025 तक तत्काल प्रभाव से पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।

जिला प्रशासन ने आमजन से आह्वान किया कि वे पर्यावरण का ख्याल रखें। पटाखों की वजह से हमारे आस-पास का पर्यावरण तेजी से दूषित होता है। प्रदूषण की वजह से हम अपने आप को व अपनी सेहत को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। यदि हम आज ही पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी दिखाएंगे, तो आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित कर पाएंगे।