मुख्यमंत्री से पत्र में कहा भ्रष्ट सिस्टम के लोगों पर हो कड़ी कार्यवाही
Faridabad/Alive News
समाजसेवियों ने माना पूजा तिवारी आत्महत्या नहीं कर सकती, पूजा तिवारी मेहनती और जुझारू पत्रकार थी, उसके सामने ऐसी परिस्थिया खडी कर दी गई कि उसके पास आत्महत्या के सिवाय कोई रास्ता नहीं था। फरीदाबाद निवासी समाजसेवी वरूण श्योकंद ने इस प्रकार मुख्यमंत्री को पत्र लिखा :-
सेवा में,
माननीय मुख्यमंत्री जी,
मैं वरूण श्योकंद, फरीदाबाद निवासी पूजा तिवारी को उस समय से जानता हूँ, जब से हमने पिछले साल हरियाणा में बिजली के बढे दामों के खिलाफ पुरे शहर में प्रदर्शन व नुक्कड सभाएं की। बहुत ही प्रभावी शख्शियत थी वो, काम देने भर की देर होती थी, पुरी रात बैठ के भी काम पूरा करती थी, मेहनती और जुझारू थी। DNA के लिए भी, एक से एक समाज को दुशित करने वाले लोगों के खिलाफ स्टोरी दी, और खूब वाहवाही ली। इसही सिलसिले में लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे फर्जी डाक्टरो व नामी डाक्टरो के खिलाफ भ्रूण हत्या व लापरवाही के आरोप लगाए व स्टिंग आपरेशन किया, जिसमें फरीदाबाद के डाक्टरो की भूमिका सपषट दिखाई देती है। पर पुलिस व किसी अन्य विभाग ने इन फर्जी डाक्टरो पर कोई कार्रवाई नहीं की, जबकि विडियो में सब गोरख धंधा साफ साफ दिख रहा था।
अपने आप को सुधारने कि बजाए, IMA के परधान, डाक्टर अनिल गोयल ने अपनी पहुंच का फायदा उठाते हुए, अपने पचासों फर्जी
डाक्टरो के साथ Commissioner of police, Faridabad से मिल के उलटा पूजा तिवारी पे ही विभिन्न गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करा दिया। मामला दर्ज होते ही पुलिस ने पूजा को सैक्टर – 12, थाने में बुलाया ओर प्रताड़ित किया, मैं अपने मित्रों के साथ वहां पहुंचा और इंसपेक्टर भारत भूषण से मिले, पुरी तफतीश होने पर ही गिरफ्तारी करने का अनुरोध किया। पुलिस ने डाक्टर से एक बार भी नहीं पूछा कि स्टिंग ऑपरेशन मिडिया में आने के बाद ही क्यो उनहोंने शिकायत दी।
इस वाकया के कुछ दिन बाद ही समाज में बदनामी और पुलिस की प्रताड़ना से पूजा डिप्रेशन में चली गई और खुद से नफरत करने लगी, उपर से नौकरी छूट जाने से और परेशान हो गई। मेरे द्वारा संपर्क करने पर उसका फोन स्विच ऑफ जाने लगा, उसने सभी से संपर्क तोड लिया, मैसेज पे जब बात हुई तो उसने बताया कि पुलिस वाले बहुत परेशान कर रहे हैं और हर रोज कोई ना कोई नया आरोप लगा रहे हैं। मैंने उससे मिलने और मदद करने की कोशिश की पर पूजा इतना टूट चुकी थी कि उसे कुछ समझ नही आ रहा था। मृत्यु के दो दिन पहले की वार्ता के अंश संलग्न है। पराए शहर में एकेले घर से दो हजार किलोमीटर दूर बदनामी के साथ और बिना नौकरी के एक अकेली लड़की का रहना बहुत मुश्किल है और उपर से पुलिस की प्रताड़ना। और फिर जिसका डर था वही हुआ आज 2/5/2016 सोमवार को मेरे को अजय चौधरी का फोन आया और उसने पूजा की मृत्यु के बारे में बताया। उसने हार मान ही ली और इस भ्रष्ट सिस्टम के आगे घुटने टेक दिए।
ऊपर से इंसपेक्टर अमित कि भी भूमिका संदिग्ध है। पर अकेला अमित कारण नहीं है, उसका फोन FIR के कुछ दिन बाद से ही स्विच ऑफ हो गया था, और उसने अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए भी एक खत लिखा था, पर कहीं कोई सुनवाई ना होने और पुलिस का गिरफ्तारी का दबाव होने से वह अवसाद से घिर गई और अंतत मौत को गले लगा लिया।
कृपया करके पूजा के साथ इंसाफ करे व उसको आत्महत्या के लिए विवश करने वाले इस गिरे हुए सिस्टम के भ्रष्ट लोगों को उचित दंड दे।
वरूण श्योकंद
1157/9, फरीदाबाद
हरियाणा
09899733551