Faridabad/Alive News : जिला उपायुक्त एवं नगर निगम के आयुक्त का कार्यभार संभाल रहे समीरपाल सरो के दिशा-निर्देशानुसार शहर को आवारा पशु मुक्त क्षेत्र घोषित करने को लेकर नगर निगम ने दिन-प्रतिदिन अभियान चला रखा है। निगम के अतिरिक्त आयुक्त पार्थ गुप्ता ने लोगों से अपील की है कि कोई भी पशुपालक अपने पशुओं को खुले में न छोड़े उन्हें बांधकर रखे। अगर पशु खुले में मिलें तो उक्त पशुपालकों पर 5100 रूपये निगम द्वारा जुर्माना लगाया जाएगा।
इसी अभियान के चलते आज नगर निगम आवारा पशु दस्ता टीम ने सबसे पहले डबुआ सब्जी मंडी में पशु पकड़ने का कार्य शुरू किया तो आवारा पशु मालिकों ने मण्डी से गाय इधर-उधर भगा दी और पकड़ने नहीं दी। उसके उपरान्त पशु दस्ता टीम सेक्टर-48 में गई जहां से टीम ने एक गाय और एक बछिया को जो सड़क पर घूम रही थी पकड़ लिया। इसी दौरान पशु मालिक वहां आ गए और निगम के पशु दस्ते से उन्हें जबरन छुड़ाने लगे और गाली-गलौच करने लगे व जान से मारने की धमकी भी दी।
निगम दस्ते के साथ हवलदार धर्मेन्द्र ने पशु मालिकों को बहुत समझाने की कोशिश की परन्तु वह नहीं माने और निगम पशु दस्ताकी गाड़ी के पीछे चलने लगे। हवलदार धर्मेन्द्र ने उन्हें सख्त हिदायत देते हुए वापस जाने को कहा परन्तु वह नहीं माने और गाड़ी के पीछे-पीछे चलते रहे। निगम पशु दस्ते और हवलदार ने पीछा करने वालों की मोटरसाइकिल सप्लेण्डर नंबर एचआर-51 एवाई-8004, एचआर-51एवाई-0363, एचआर-51 एएस-8159 सप्लेंडर, एचआर-51 बीडी-2608 अपाची नोट किए।
इसके अलावा कई मोटरसाइकिल बिना नम्बरों की भी थी। नगर निगम के पशु दस्ते ने पूरी रिपोर्ट अतिरिक्त आयुक्त के समक्ष पेश की। अतिरिक्त आयुक्त के आदेश अनुसार सरकारी काम में बाधा पहुंचाने, मारपीट व गाली गलौच करने को लेकर उक्त लोगों के खिलाफ सारन थाने में एफआईआर दर्ज करवाई गई और पकड़े गए पशुओं को नगर निगम की गऊशाला में भेजे गए।
अतिरिक्त आयुक्त ने कहा कि निगम का पशु दस्ता अगर पशु पकड़ने जाता है और सरकारी काम में कोई पशु पालक व बाहरी व्यक्ति बाधा बनता है तो ऐसे मामलों में आगे भी मुकदमे दर्ज करवाए जाएंगे। नगर निगम द्वारा पशु दस्ता टीम से करतार, रविन्द्र, गुलबीर, मंगल, महेन्द्र, रघुवीर, रामवीर, रोहताष, मनोज, हवलदार धमेन्द्र मौजूद थे।