New Delhi : भारतीय रेलवे राजधानी और दुरंतो जैसी प्रीमियम ट्रेनों में एक बड़ा बदलाव करने की तैयारी कर रही है. इसके तहत सरकार कुछ प्रीमियम ट्रेनों में एसी-टू टियर क्लास को एसी-थ्री टियर क्लास से बदल सकती है. सरकार इस बदलाव के जरिये न सिर्फ एसी-थ्री टियर क्लास में बढ़ रही भीड़ को कम करना चाहती है, बल्कि लोगों को किराये के मोर्चे पर भी राहत इससे मिलेगी.
दरअसल रेलवे की प्रीमियम ट्रेनों को एयरलाइंस से कड़ी टक्कर मिल रही है. जहां राजधानी समेत अन्य प्रीमियम ट्रेनों में एसी-टू टियर क्लास के टिकट का किराया करीब 5000 रुपये तक पहुंच जाता है. वहीं, कई एयरलाइन कुछ रूट पर तकरीबन 4 हजार रुपये तक में टिकट दे रही हैं.
दूसरा कारण, जिस वजह से सरकार कुछ प्रीमियम ट्रेनों में यह बदलाव कर सकती है, वह यह है कि ज्यादातर समय पर एसी-थ्री टियर क्लास में बुकिंग ज्यादा हो जाती है. इससे भीड़ बढ़ जाती है, लेकिन एसी-टू टियर क्लास में ऐसा नहीं हो पाता है.
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक इन दोनों चुनौतियों को देखते हुए भारतीय रेलवे कुछ प्रीमियम ट्रेनों में एसी-2 को एसी-3 से बदल सकती है. इससे न सिर्फ रेलवे एयरलाइन को टक्कर देने में सफल होना चाहती है, बल्कि इससे आम आदमी को भी कम पैसे खर्च करने पड़ेंगे.
बता दें कि मौजूदा समय में राजधानी समेत कई प्रीमियम ट्रेनों में फ्लेक्सी फेयर सिस्टम लागू है. इससे भारतीय रेलवे की कमाई तो बढ़ी है, लेकिन इसकी वजह से एसी-2 का किराया कई बार एयरलाइन के किराये से भी ज्यादा हो जाता है.
क्या है ‘फ्लेक्सी’ किराये का गणित
इस सिस्टम के तहत इन सभी ट्रेनों में उपलब्ध सीटों में से 10 फीसदी सीटों की बुकिंग मूल किराये पर होती है. यानी अगर किसी जगह का मूल किराया 100 रुपये है तो पहले 10 फीसदी टिकट 100 रुपये के बेस प्राइस पर बुक होंगे. 10 फीसदी सीटों की बुकिंग के बाद राजधानी और दुरंतों के अगले 10 फीसदी टिकट 110 रुपये के आधार पर बुक होंगे.
इसके बाद अगले 20 फीसदी टिकट की बुकिंग के बाद अगले 10 फीसदी टिकट 120 रुपये पर बुक होगें. 30 फीसदी टिकट बुक होने के बाद अगले 10 फीसदी टिकट 130 रुपये पर बुक होंगे. इसी तरह 40 फीसदी टिकट बुक होने के बाद अगले 10 फीसदी टिकट की बुकिंग 140 रुपये के दर पर होगी.