New Delhi/Alive News: चैत्र मास की पूर्णिमा को हनुमान जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। इस दिन राम भक्त हनुमान का जन्म हुआ था। इस वर्ष हनुमान जयंती का पर्व कई मामलों में खास है। क्योंकि इस दिन शनिवार होने के साथ-साथ रवि योग, चित्रा नक्षत्र सहित कई योग और नक्षत्र लग रहे हैं। ऐसे में हनुमान के साथ-साथ शनिदेव के कुछ उपाय करना काफी लाभकारी होगा। मान्यताओं के अनुसार माना जाता है कि शनिदेव के प्रकोप से बचने के लिए संकटमोचन की पूजा करना चाहिए।
दरअसल, धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माना जाता है कि भगवान हनुमान ने लंकापति रावण से शनिदेव की जान बचाई थी जिसके बाद से शनिदेव से भगवान को वचन दिया था कि उनकी पूजा करने वाले व्यक्ति के ऊपर कभी भी मेरी दृष्टि नहीं होगी। इसी कारण शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा करने से शनि के दुष्प्रभाव भी कम हो जाते है।
हनुमान जयंती के दिन शनि को प्रसन्न करने के लिए करें ये उपाय
हनुमान जयंती के दिन सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए। इससे शनि दोष से भी छुटकारा मिलता है। कुंडली में लगे शनि दोष को खत्म करने के लिए हनुमान जन्मोत्सव के दिन पवन पुत्र के मंदिर जाएं और चमेली के तेल से दीपक जलाएं और करीब 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें। इससे हनुमान जी के साथ शनिदेव भी प्रसन्न होंगे।
हनुमान जयंती के दिन सुबह पीपल के जड़ को जल अर्पित करें। इसके साथ ही सरसों के तेल में थोड़ा सा उड़द की दाल और 1 सिक्का डालकर जला दें। इससे भी कुंडली में शनि का प्रभाव कम होगा और शनि साढ़े साती और ढैय्या से राहत मिलेगी। हनुमान जयंती के पीपल को प्रणाम करके 11 पत्ते तोड़ लें और उन्हें घर लाकर पानी से धोकर साफ कपड़े से पोंछ लें। इसके बाद इसमें घी और सिंदूर को मिक्स करके एक डंडी की मदद से श्री राम लिख दें।
इसके बाद इसकी माला बना लें और हनुमान जी को पहना दें। इससे व्यक्ति को साढ़े साती, मंगल दोष, शनि दोष से राहत मिलेगी। शनि दोष से निजात पाने के लिए हनुमान जयंती के दिन पानी वाले नारियल खरीद लें और हनुमान मंदिर जाकर अपने ऊपर से सात बार उतार कर हनुमान जी के चरणों में फोड़ दें। इससे भी आपको लाभ मिलेगा।
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