Faridabad/Alive News: एक फरवरी को पेश होने वाले केन्द्रीय बजट से स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े लोगों को काफी उम्मीदें हैं। केंद्र सरकार स्वास्थ्य के आधारभूत संरचना को और अधिक बेहतर करने के लिए बजट में अलग से प्रावधान करें, ताकि आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को सरकारी अस्पतालों में बेहतर इलाज मिल सके।
दरअसल, केंद्र सरकार को स्वास्थ्य सुविधाओं और सरकारी अस्पतालों को बेहतर बनाने के लिए पिछले साल के 220 करोड़ के बजट को बढ़ाकर दोगुनी करना चाहिए। सरकार को जेनेरिक मेडिसन स्टोर, मेडिकल कॉलेज अस्पताल, पीएचसी और सीएचसी की सुविधा, स्वास्थ्य संस्थानों को टैक्स में छूट देने के साथ आयुष्मान योजना पर अधिक खर्च करने की जरूरत है। इसके अलावा सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या भी काफी कम है। सरकार को इस तरफ भी ध्यान देने की जरूरत है। सरकार को इस समय हेल्थ सेक्टर के लिए अलग फंड देने की जरूरत है।
क्या कहना है डॉक्टरों का
हेल्थ सेक्टर का बजट अधिक होने से सरकारी अस्पतालों में आधुनिक मशीन के साथ उपकरणों की कमी को पूरा किया जा सकता है। इसके अलावा बजट में हेल्थ उपकरण से टैक्स हटाया जाए ताकि सस्ते मिल सके। स्वास्थ्य के लिए जरूरी सभी हेल्थ उपकरण सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध हो और लोग आसानी से अपना इलाज करवा सकें।
–डॉ सुनील रैना, स्वास्थ्य विशेषज्ञ।
केंद्र सरकार ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए शुरू की गई आयुष्मान योजना को सफल बनाने के लिए अस्पतालों का समय पर भुगतान के लिए अधिक फंड देने की जरूरत है, ताकि फंड की कमी के कारण योजना के लाभ से लोग वंचित ना रहे।
– डॉ ललित हसीजा, स्वास्थ्य विशेषज्ञ।