October 4, 2024

पिंक बस सेवा कागजों तक सीमित, कॉलेजों की छात्रा ऑटो से महंगा सफर करने को मजबूर

Faridabad/Alive News: हरियाणा सरकार ने दूर दराज के क्षेत्रों से कॉलेज आने वाली छात्राओं के लिए पिंक बस सेवा शुरू की थी, लेकिन पिंक बस सेवा का लाभ फरीदाबाद की छात्राओं को नही मिल पा रहा है। छात्राओं को गांव से कॉलेज तक पहुंचाने के लिए ऑटो का सहारा लेना पड़ रहा है। ऑटो का किराया महंगा होने के कारण छात्राओं की परेशानी बढ़ गई है। इसके अलावा जिन कॉलेजों तक पिंक बस पहुंच रही है, उन बसों में भी पुरुषों का ही कब्जा नजर आया।

बता दें, कि प्रदेश सरकार ने बीते साल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के पर छात्राओं को गांवों से कॉलेज तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए 150 पिंक बसें शुरू करने की घोषणा की थी। ये बस एक अप्रैल 2020 से प्रदेश के निर्धारित रूटों पर चलाई जानी थी। इनमें छात्राओं को विशेष सुविधा दी जानी थी।

बसों में महिला कंडक्टर से लेकर सुरक्षा गार्ड तैनात करना, सुरक्षा के लिए बस में जीपीएस व सीसीटीवी लगाना शामिल था। वहीं, इन बसों में यात्रा करने के लिए 150 किलोमीटर तक छात्राओं को पास की सुविधा उपलब्ध करायी जानी थी, जिससे एक जिले से दूसरे जिले में पढ़ने वाली छात्राओं को बस सेवा का लाभ मिल सकें। लेकिन, हरियाणा सरकार की यह पिंक बस सेवा योजना कागजों तक ही सीमट कर रह गई है।

क्या कहना है छात्राओं का


कॉलेजों तक पिंक बस की सुविधा हमें नहीं मिल पा रही। बस की सुविधा ना मिलने से हमें ऑटो में महंगा सफर करना पड़ता है। ऐसे में कई बार एक से दो ऑटो बदलकर कॉलेज तक पहुंचना पड़ता है और छुट्टी के समय घर पहुंचने के लिए ऑटो चालकों बडी मशक्कत करनी पड़ती है।
-शीतल यादव, छात्रा-महिला महाविद्यालय सेक्टर-16

पिंक बस की सुविधा केवल छात्राओं और महिलाओं के लिए है। लेकिन इसमें पुरुष भी छात्राओं के साथ सफर करते हैं जिसके कारण महिला अहसज महसूस करती हैं। और भीड़ होने के कारण कई बार छात्राएं बस में नहीं चढ पाती और उन्हें मजबूरी में महंगा किराया देकर ऑटो से घर जाना पड़ता है।
-भावना, छात्रा-डीएवी शताब्दी कालेज एनएच-3

हमारे कॉलेज तक पिंक बस नहीं पहुंचती। ऐसे में हमें हाईवे से सिटी बस लेनी पड़ती है। यदि कभी कभार गलती से पिंक बस आ भी जाए तो ड्राइवर बस नहीं रोकते और कंडक्टर छात्राओं के साथ दुर्व्यवहार करते हैं।
पूजा, छात्रा- महिला महाविद्यालय सेक्टर-16

क्या कहना है रोडवेज अधिकारी का
हमारे पास जिन रूटों से बसों की डिमांड आती है। हम उन रूटों पर बसों को भेज देते हैं। अभी हमारे पास बाटा होते हुए एनआईटी की तरफ से एक डिमांड आई थी। हमने वहां के लिए बस चला दी है। के.एल मेहता कॉलेज की छात्राओं की संख्या ज्यादा होने के कारण वहां पर हम बड़ी बस चला रहे हैं।
-लेखराम, जीएम-हरियाणा रोडवेज।