Faridabad/Alive News: जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में सोमवार को एक दिवसीय विज्ञान सम्मेलन-2022 का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम हरियाणा स्टेट काउंसिल फॉर साइंस, इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी द्वारा प्रायोजित किया गया। कार्यक्रम में नैनो विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान (आईएनएसटी) के निदेशक प्रो. अमिताव पात्रा और विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर ने मुख्य अतिथि रहे। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुई।
कुलपति प्रो. एस.के. तोमर ने कहा कि विज्ञान में प्रगति अलगाव में रहकर नहीं हासिल की जा सकती। ज्ञान का प्रसार जरूरी है। शैक्षिक संस्थानों को आपसी ज्ञान और विशेषज्ञता को साझा करने के लिए अकादमिक सहयोग को बढ़ावा देना चाहिए। प्रो. अमिताव पात्रा ने सीवी रमन, जेसी बोस और श्रीनिवास रामानुजन सहित प्रमुख भारतीय वैज्ञानिकों का उदाहरण दिया और कहा कि इन वैज्ञानिकों ने विज्ञान में तब उत्कृष्टता हासिल की जब देश में कोई शोध संस्थान नहीं था। आज विश्वविद्यालयों में अनुसंधान के लिए पर्याप्त बुनियादी ढांचा है और यह विश्वविद्यालयों की जिम्मेदारी है कि वे अपने बुनियादी ढांचे और युवा प्रतिभाओं का सर्वोत्तम उपयोग करें।
अंत में भौतिकी विभाग की अध्यक्षा डॉ. अनुराधा शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। विज्ञान सम्मेलन के दौरान तकनीकी सत्रों में पांच विशेषज्ञ व्याख्यान भी आयोजित किए गए, जिन्हें डीआरडीओ, नई दिल्ली के वैज्ञानिक डॉ कुलदीप गोयल, वाईएमसीए मॉब से डॉ. योगेंद्र पाल सिंह, भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी, नई दिल्ली के कार्यकारी निदेशक डॉ. अरविंद रानाडे, आयुष मंत्रालय के आचरण एवं पंजीकरण बोर्ड के अध्यक्ष डॉ राकेश शर्मा तथा जे.सी. बोस विश्वविद्यालय से डॉ. अनुराग गौड़ ने संबोधित किया।