Chandigarh/Alive News: बॉन्ड पॉलिसी को लेकर सीएम मनोहर लाल ने कहा कि हड़ताल कर रहे स्टूडेंट से लगातार सरकार की बातचीत चल रही है। शाम तक इसका कोई हल निकल आएगा। सीएम ने कहा कि 40 लाख के बॉन्ड में से 3.5 लाख रुपए स्टूडेंट 4 सालों में दे चुके हैं। स्टूडेंट की बहुत सी शंका दूर की जा चुकी हैं।
मिली जानकारी के अनुसार सीएम ने स्पष्ट किया कि बॉन्ड पॉलिसी का संबंध किसी डॉक्टर के परिवार या गरीब परिवार को तंग करने का नहीं है। जिसको अपनी मेडिकल शिक्षा पूरी करके सरकारी नौकरी में जाना है उसे इससे कोई परेशानी नहीं है। जो नौकरी नहीं कर पा रहा, उसके लिए भी कोई दिक्कत नहीं है। केवल कोई व्यक्ति सरकारी नौकरी की बजाए प्राइवेट नौकरी करने जाएगा, उसी पर यह बॉन्ड पॉलिसी लागू होगी।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि 40 लाख रुपए के बॉन्ड में से 3.5 लाख रुपए विद्यार्थी के तौर पर जो वे इन 4 वर्षो में दे चुके हैं, वह राशि उसमें से कम हो जाएगी। ब्याज भी उनसे नहीं लिया जा रहा है। डिग्री पूरी होने के बाद बैंक से जो पैसा लिया जाएगा, उनका लेनदेन बैंक के साथ ही होगा। प्राइवेट नौकरी करने वाला डॉक्टर यदि जल्दी पैसा लौटाना चाहे तो लौटा सकता है, उसके लिए अवधि का कोई बंधन नहीं है।
26 दिनों से कर रहे स्टूडेंट हड़ताल
बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में हरियाणा के एमबीबीएस स्टूडेंट 26 दिनों से हड़ताल पर हैं। सूबे के 4 मेडिकल कॉलेजों के स्टूडेंट पीजीआई रोहतक में धरना दे रहे हैं। कुछ स्टूडेंट भूख हड़ताल पर भी बैठ गए हैं। आंदोलन स्टूडेंट को रेजिडेंट डॉक्टर्स का भी साथ मिल गया है। आंदोलन के दौरान 48 घंटे के लिए OPD बंद कर दी गई है। साथ ही इमरजेंसी सेवाएं भी बंद की जा चुकी हैं।