New Delhi/Alive News: दिल्ली के निजी स्कूलों में नर्सरी में दाखिला प्रक्रिया एक दिसंबर से शुरू होने वाली है। नर्सरी में सौ अंक के फॉर्मूले में दूरी सबसे अहम मानक बनेगी। ऐसा नहीं है कि केवल इसी मानक से बच्चे का दाखिला पक्का हो जाएगा, बल्कि पूर्व छात्र, भाई-बहन, पहला बच्चा, एकल कन्या जैसे मानक भी दाखिले में अहम भूमिका निभाएंगे। शिक्षा निदेशालय की ओर से नर्सरी दाखिले के लिए दिशा-निर्देश जारी होने के बाद अब स्कूल 100 अंकों के दाखिला फॉर्मूले को तैयार करने में जुटे हैं।
वहीं अधिकतर निजी स्कूल 100 अंक के सिस्टम में दूरी को ही इस बार भी दाखिले के सबसे बड़े मानक के रूप मेें रखने वाले हैं। इसके लिए 30-80 तक अंक रखे गए हैं। दूरी को भी स्कूलों ने 0-1, 1-3 और 3 से 5 व 7 किलोमीटर के दायरे में बांटा है। इसके अलावा भाई-बहन के पढने, पूर्व छात्र(माता-पिता), एकल कन्या, पहला बच्चे जैसे मानकों को भी तव्वजो दी जाएगी। मौसम विहार स्थित डीएवी स्कूल की प्रिंसिपल वंदना कपूर ने बताया कि काफी विचार के बाद बीते साल वाले फॉर्मूले को ही रखने का फैसला किया है। इसमें दूरी (नेबरहुड), भाई-बहन (सिबलिंग), एल्युमिनी (पूर्व छात्र) व पहला बच्चा जैसे मानकों को ही 100 अंकों के दाखिला फॉर्मूलेे में रखेंगे।
फॉर्मूले में दूरी के अंकों में थोड़ा बदलाव किया गया है। दूरी के लिए अधिकतम 60 और न्यूनतम 50 अंक होंगे। जबकि बीतेे साल न्यूनतम अंक 35 थे। बीते साल दूरी के लिए स्कूल ने 60 अंक तय किए थे। वहीं, कई स्कूल दूरी के लिए तीन श्रेणी बना रहे हैं, इसमें पहली श्रेणी 0-3 किलोमीटर की है, जिसके लिए 50 अंक, दूसरी श्रेणी 3.1 से 6 किलोमीटर की है। इसके लिए 45, व 6.1 से 14 किलोमीटर के लिए 40 अंक होंगे। भाई-बहन के लिए 30, पूर्व छात्र के लिए 10 व पहले बच्चे के लिए 10 अंक रखेंगे। मालूम हो कि शिक्षा निदेशालय ने दिशा-निर्देशों में स्पष्ट किया है कि उन्हें 28 दिसंबर तक अपनी वेबसाइट पर मानक व उनके अंक प्रदर्शित करने हैं।