January 12, 2025

हरियाणा में शिक्षकों ने डकारे 400 करोड़ रूपये, विभाग ने दिए रिकवरी के आदेश

Chandigarh/Alive News: हरियाणा में घोटालों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। एक के बाद एक ही रहे घोटाले सरकार की कार्यशैली पर सवाल खडे कर रहे है। जानकारी के मुताबिक एरियर तय कराकर शिक्षक 400 करोड़ रुपये डकार गए हैं। जेबीटी और भाषा अध्यापकों ने स्कूल शिक्षा विभाग के डीडीओ और अनुभाग अधिकारियों के साथ मिलकर इस घोटाले को अंजाम दिया है। डीडीओ की तरफ से भेजे एरियर के गलत केस को अनुभाग अधिकारियों ने भी सत्यापित कर दिया। उनके सत्यापन के आधार पर ही ट्रेजरी से एरियर के मूलधन और ब्याज की राशि निकली।

अपने जिला कैडर के आधार पर जेबीटी और भाषा अध्यापकों का एरियर जहां साठ हजार रुपये बनता था, वहीं अन्य जिलों के आधार पर वह ढाई लाख रुपये और ब्याज डेढ़ लाख रुपये तक बन गया। विभाग के 70 फीसदी डीडीओ व अनुभाग अधिकारी गलत मूलधन व ब्याज सहित एरियर देने के मामले में संलिप्त हैं।

जेबीटी व भाषा अध्यापकों का जिला कैडर है। छठे वेतन आयोग के तहत बेसिक वेतन निर्धारित होने पर उनका एरियर अपने जिला के आधार पर ही बनना था, लेकिन उन्होंने अन्य जिलों का उदाहरण देते हुए अपना एरियर बनवाया। डीडीओ और अनुभाग अधिकारियों ने गलती पकड़ने की बजाय शिक्षकों के केस एरियर और उसके ब्याज के लिए मंजूर कर दिए।

वित्त विभाग ने दिए रिकवरी व सख्त कार्रवाई के आदेश
स्कूल शिक्षा विभाग की लीपापोती को देखते हुए वित्त विभाग ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। अतिरिक्त मुख्य सचिव, वित्त अनुराग रस्तोगी ने 11 नवंबर को पत्र जारी कर निर्देश दिए हैं कि जिन कर्मचारियों ने गलत तरीके से एरियर का मूलधन और ब्याज वसूला है, उनसे तुरंत रिकवरी शुरू की जाए।

2017 में स्कूल शिक्षा विभाग ने जूनियर कैडर रुल्स के तहत पे सेटअप और एरियर का निर्धारण करने के निर्देश दिए, जिनका शिक्षकों ने उल्लंघन किया। पूरे प्रदेश में पे सेटअप मामले में जूनियर प्राथमिक शिक्षक वीरेंदर सिंह, भिवानी जिले के हेतमपुरा गांव का उदाहरण देते हुए प्रदेश के सभी जिलों के लगभग 98 फीसदी प्राथमिक शिक्षकों ने अपना एरियर प्राप्त किया है। जबकि, नियम व स्पष्ट दिशा-निर्देश होने के बावजूद डीडीओ व अनुभाग अधिकारी आंखें मूंदकर बैठे रहे।