November 17, 2024

प्रदेश में एनटीए ने फूल प्रूफ प्लान से बगैर नकल सम्पन्न कराई सीईटी परीक्षा

Chandigarh/Alive News: पेपर लीक को लेकर सुर्खियों में रहे हरियाणा में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने प्रदेश के सरकारी सिस्टम पर भरोसा नहीं जताया। पेपर लीक होने के डर से एनटीए ने अपने प्लान को गोपनीय रखा है। इतना ही नहीं हरियाणा सरकार द्वारा पेपर पहुंचाने वाले वाहनों के लिए पुलिस सुरक्षा तक नहीं ली और न ही एनटीए ने हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) और सरकार को वाहनों का रूट प्लान बताया और न ही परीक्षा से संबधित अन्य जानकारी सांझा की। एनटीए के फूल प्रूफ प्लान के तहत पहले दिन प्रदेश में कहीं से कोई पेपर लीक का मामला सामने नहीं आया।

बता दें, कि हरियाणा में कई पेपर लीक हो चुके हैं और पेपर आउट होने के मामले भी लगातार आते रहे हैं। फर्जी अभ्यर्थियों समेत तमाम गड़बड़ी परीक्षाओं में सामने आती रही हैं। हरियाणा सरकार के लिए प्रदेश में परीक्षा कराना हमेशा से चुनौती रहा है। लीक के दाग से बचने के लिए पहली बार हरियाणा सरकार ने सीईटी की परीक्षा एनटीए से कराने का फैसला लिया। प्रदेश में बिना लीकेज के पेपर संपन्न कराना एनटीए के लिए भी बड़ी चुनौती है।

हालांकि, पहले दिन एनटीए अपने इम्तिहान में पास भी हो गई। परीक्षा को सफल बनाने के लिए आयोग ने अपनी ही योजना के साथ काम किया। पहला तो रोल नंबर ही परीक्षा के ऐन वक्त जारी किए। ताकि फर्जी अभ्यर्थी या फिर पेपर माफिया किसी केंद्र पर पहले से कोई सेंटिंग न कर सके। इसलिए एनटीए ने परीक्षा के संबंध में किसी के साथ भी कोई जानकारी सांझा नहीं की।

ये किया फर्जीवाड़ा रोकने के लिए
परीक्षा में फर्जीवाड़ा रोकने समेत एनटीए ने कई अहम फैसले लिए। पहला आधार कार्ड के आधार पर अभ्यर्थी की एंट्र्री और परीक्षार्थी की आंख की पुतली का मिलान किया गया। दूसरा, प्रत्येक परीक्षा केंद्र के कमरे में एक एक की बजाए दो दो इनविजिलेटर नियुक्त किए। साथ ही सभी परीक्षार्थियों की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी कराई, बायोमीट्रिक हाजिरी भी ली गई।

14 हजार कैमरों से हर परीक्षार्थी पर नजर
एनटीए ने परीक्षा को सफल बनाने के लिए 14 हजार सीसीटीवी कैमरों के माध्मय से हर परीक्षार्थी पर नजर रखी। सभी परीक्षा केंद्र एनटीए के मुख्यालय और हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के कंट्रोल रूसे लाइव जुड़े हुए थे। दिल्ली में एनटीए के अधिकारियों और हरियाणा में एचएसएससी के चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी, सचिव विरोट और परीक्षा नियंत्रक दलजीत सिंह निगरानी रखे हुए थे। इसके लिए एनटीए ने एक एजेंसी को हायर किया है। इस दौरान अधिकारियों और चेयरमैन ने इधर उधर नकल की कोशिश करने वालों से सीट से दूर बैठाया।