New Delhi/Alive News: बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में छठ महापर्व का शनिवार को अखंड निर्जला व्रत शुरू हो गया। सूर्य महापर्व के रूप में प्रसिद्ध छठपर्व के दूसरे दिन शनिवार को श्रद्धालुओं ने पूरे दिन व्रत रखकर खरना किया। वहीं रविवार को यानी तीसरे दिन श्रद्धालु अस्तांचलगामी सूर्य देव को पहला अर्घ्य देंगे। इसके लिए तैयारी भी लगभग पूर्ण हो चुकी हैं।
छठ पर्व की शुरूआत शुक्रवार को नहाय-खाय से हो चुकी है। श्रद्धालुओं ने शनिवार को पूरा दिन उपवास रखा। शाम के समय उन्होंने स्नान कर पूरी श्रद्धा के साथ रोटी और गुड़ की खीर का प्रसाद तैयार किया। श्रद्धालुओं ने रोटी-खीर के इस प्रसाद को सूर्य देव को अर्पित किया। इसके बाद उन्होंने बंद कमरे में प्रसाद ग्रहण किया। उनके परिवार के सदस्यों और अन्य परिजनों में भी यह प्रसाद बांटा गया।
छठ पर्व के तहत रविवार को सूर्य देव को दिए जाने वाले अर्घ्य के रूप में चढ़ाए जाने वाले मौसमी, गन्ना, नारियल, मिट्टी का हाथी, मिट्टी का बर्तन, मिट्टी का दीप, अर्ध्यपात, बांस की टोकरी, केला आदि सामान से बाजार पटे हुए है। यह सामान खरीदने के लिए बाजारों में भीड़ रही। अनेक स्थानों पर शनिवार को पूरा दिन श्रद्धालु यह सामान खरीदने में लगे रहे। दूसरी ओर व्रतियों के साथ उनके परिवार के सदस्य रविवार को ठेकुआ बनाएंगे, यह अर्घ्य में चढ़ाए जाने वाला महत्वपूर्ण प्रसाद होता है।
दोपहर बाद व्रती परिवारवालों के साथ घाट की ओर रुख करेंगे। इसके अलावा श्रद्धालु पश्चिमी यमुना नहर, झील, तालाबों और 11 स्थानों पर दिल्ली सरकार ने बनाए अस्थायी घाटों पर भी पूजा करेंगे। राजधानी में छठ पर्व का पहला अर्घ्य देेने के लिए रविवार की शाम लाखों श्रद्धालु यमुना नदी के किनारे व 11 सौ स्थानों पर बने घाटों और पश्चिमी यमुना नहर, विभिन्न झीलों व गांवों स्थित तालाबों पर पहुंचेंगे।