Faridabad/Alive News : रिटायर्ड डिप्टी डीईओ मनजीत सिंह ने सोमवार को एक प्रैसवार्ता कर पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी पर ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के पते पर एक प्राईवेट बैंक में बाल विकास अभियान के नाम पर पैसे हड़पने की नियत से खाता खुलवाने का आरोप लगाया है। मनजीत सिंह ने पत्रकारों को बताया कि पूर्व शिक्षा अधिकारी रितु चौधरी ने 2015 में ब्लॉक शिक्षा अधिकारी की सीट पर रहते शहर भर के गरीब बच्चों के कल्याण के लिए खाता खुलवाकर विभिन्न संस्थान और लोगों को सरकारी ऑफिस की मेल से मेल भेजकर पैसा इकट्ठा किया। उन्होने बताया कि आरटीआई में उस खाते को सरकारी खाता बताया गया है, लेकिन वह पूर्व शिक्षा अधिकारी रितु चौधरी का निजी खाता था। जिसका पता ब्लॉक शिक्षा कार्यालय का दिया गया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह खाता अपने हितों के साधने के लिए खोला गया था। इसको लेकर उन्होंने 2018 में सीएम विंड़ो भी लगाई, लेकिन एक एचसीएस अधिकारी ने जांच करने के नाम पर उन्हें दे दी। आरटीआई में भी आयोग ने सही से काम नही किया। इसके अलावा मनजीत सिंह ने बताया कि जब रितु चौधरी सोहना में खंड शिक्षा अधिकारी के पद पर तैनात थी, तब एक दलित लिपिक को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया और उस पर अवैध वसूली करने का दबाव बनाया।
उन्होंने बताया कि सोहना विकास मंच के सदस्यों ने रितु चौधरी के खिलाफ शिकायत दी तथा रितु चौधरी को मानसिक रूप से बीमार भी बताया। यहां मंच के सदस्यों ने रितु चौधरी का मेडिकल कराने की मांग की थी। मनजीत सिंह ने रितु चौधरी पर मंथली लेने के लिए निचले स्तर के अधिकारियों पर दबाव बनाने का भी आरोप लगाया है। मनजीत सिंह ने रितु चौधरी पर यह भी आरोप लगाया कि जब वह सराय ख्वाजा के राजकीय स्कूल में बतौर प्रिंसीपल तैनात थी तब भी उन्होंने इंग्लिश लेक्चरर को इतना प्रताड़ित किया कि उसने आत्महत्या कर ली। मनजीत सिंह ने रितु चौधरी पर अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है।
क्या कहना है पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी का
पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी रितु चौधरी ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है। इस संबंध में रितु चौधरी ने बताया कि मनजीत सिंह मनगढ़ंत कहानियां बना रहे है। मुझे खाता खोलने के मामले में लोकायुक्त से क्लीन चिट मिल चुकी है। मनजीत सिंह पर मैंने न्यायलय में गलत आरोप लगाने के लिए मानहानि का केस भी किया है।