November 24, 2024

महिला और कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं को सुरक्षा नियमों के प्रति किया जागरूक

Faridabad/Alive News : सेक्टर 21C स्थित पुलिस आयुक्त कार्यालय में डीसीपी मुख्यालय नीतीश कुमार अग्रवाल की अध्यक्षता में महिला सुरक्षा के संबंध में एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें महिला सुरक्षा से संबंधित शहर के विभिन्न स्थानों का सर्वे करके महिला तथा कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं की सुरक्षा की रूपरेखा तैयार की गई।

पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि इस बैठक में एसीपी मोनिका, इंस्पेक्टर सविता, ब्रेक थ्रू संस्था से प्रियंका, कृतिका व फरहान अहमद, वूमेन सेल से डॉक्टर नेहा अग्रवाल, वूमेन एंटरप्रेन्योर सेल से जया गोयल, निर्मला वर्मा, तथा विभिन्न कॉलेजों से आई प्रधानाचार्य, शिक्षक व शिक्षिका जिसमें मीनू वर्मा, डॉ. पूजा कॉल, डॉ गीता ठाकुर, रितिका सिंह, डॉक्टर सोनिया, डॉ ललिता, चारु मिढ़ा, डॉक्टर मीनू दुआ, डॉ मिथिलेश अग्रवाल, डॉ महेंद्र कुमार गुप्ता, डॉक्टर नरेंद्र कुमार, कृष्णकांत व अनिल गोयल मौजूद रहे।

इससे पहले पुलिस उपायुक्त ने ब्रेकथ्रू संस्था द्वारा डबुआ एरिया में महिला सुरक्षा के संबंध में तैयार की गई एक सर्वे रिपोर्ट जारी की थी। जिसमे महिला को सुरक्षा से सम्बंधित आने वाली परेशानियों के बारे में विस्तृत जानकारी एकत्रित की गई थी। इस रिपोर्ट के आधार पर फरीदाबाद पुलिस द्वारा महिला सुरक्षा के सम्बन्ध में अहम कदम उठाए गए थे। जिसमे महिला सुरक्षा के प्रति जागरूकता एक प्रमुख बिंदु था। इसी को आगे बढ़ाते हुए इस अभियान को फरीदाबाद के विभिन्न स्कूल कॉलेजों तक पहुंचाया जाएगा। इसके तहत कॉलेज में पढ़ रहे छात्र छात्राओं को ट्रेनिंग दी जाएगी और उन्हें इस अभियान में हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके पश्चात वह छात्र विभिन्न कॉलेज तथा शिक्षण संस्थानों का सर्वे करके महिला सुरक्षा के संबंध में ओर अधिक जानकारी एकत्रित करेंगे और इसकी रिपोर्ट डीसीपी मुख्यालय को सौंपी जाएगी जिसके पश्चात महिला सुरक्षा के लिए अहम कदम उठाए जाएंगे।

विभिन्न प्रकार के रिकॉर्डेड प्रोग्राम तथा ऑडियो के माध्यम से जागरूकता फैलाने का काम करेंगे। सर्वे रिपोर्ट में विभिन्न स्थानों को चिन्हित किया जाएगा जहां पर महिला सुरक्षा से संबंधित ज्यादा दिक्कतें आती हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस महिला सुरक्षा के संबंध में कदम उठा रही है और इसमें विभिन्न एनजीओ, कॉलेज प्रबंधन तथा छात्र-छात्राओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।