Faridabad/Alive News : आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला के तहत कृषि तथा किसान कल्याण विभाग द्वारा प्राकृतिक खेती पर चल रहा एक दिवसीय जागरूकता अभियान उप कृषि निदेशक की अध्यक्षता में आज सम्पन्न हो गया। जिसमें लगभग 120 पूर्व सरपंच, ग्राम प्रधान, नम्बरदार व प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया।
डॉ. पंकज, फैसिलिटेटर भारत सरकार द्वारा कार्यक्रम की शुरुआत की गई। डॉ पंकज ने किसानों को प्राकृतिक खेती से होने वाले फायदे बताये। डॉ. राजेश लाठर कृषि वैज्ञानिक पंचकूला द्वारा विस्तार से प्राकृतिक खेती के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि खेतों की मिट्टी ज्यादा रासायनिक खादों के प्रयोग से अस्वस्थ व बिमार हो गई है। मिटटी में सूक्ष्म जीवों की संख्या बहुत कम होती जा रही है। सूक्ष्म जीवों की कमी की वजह से कार्बनिक पदार्थों की कमी व असंतुलित कार्बन नाईट्रोजन अनुपात, पीएच मान का असामन्य स्तर, खराब जल प्रति धारण क्षमता, पोशक तत्वों की कमी, रासायनिक उर्वरकों के अविवेकपूर्ण और असंतुलित उपयोग से मृदा प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। चारे में पोषक तत्वों की कमी के कारण दूध की कम मात्रा व खराब गुणवत्ता हो गई है।
जिले के उप कृषि निदेशक ने सभी किसानों, डॉ. राजेश लाठर, डॉ. कर्मचन्द का प्राकृतिक खेती की जागरूकता प्रशिक्षण कार्यशाला के लिए कहा कि जिस भी किसान को प्राकृतिक खेती के लिए कोई भी जानकारी चाहिए तो कृषि विभाग से संपर्क कर सकते है।