New Delhi/Alive News : नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और वाडनाड सांसद राहुल गांधी को आज प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश होना है। जिसके बाद कांग्रेस पार्टी के समर्थकों ने दिल्ली में प्रदर्शन की योजना बनाई है। इसे देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने राजधानी की कई जगहों पर यातायात अलर्ट जारी किया है।
मिली जानकारी के अनुसार यातायात पुलिस ने सोमवार की सुबह सात से 12 बजे तक कई जगह यातायात डायवर्जन किए गए हैं। इसके चलते कई मार्गों पर आवाजाही बाधित रहेगी। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एडवाइजरी जारी करते हुए बताया कि गोल मेथी जंक्शन, तुगलक रोड जंक्शन, क्लेरिजेस जंक्शन, क्यू-पॉइंट जंक्शन, सुनहरी मस्जिद जंक्शन, मौलाना आजाद रोड जंक्शन और मान सिंह रोड जंक्शन पर जाने से बचें। क्योंकि विशेष यातायात व्यवस्था के कारण इन जगहों पर ट्रैफिक का दबाव रहेगा।
क्या है नेशनल हेराल्ड मामला
देश के पहले प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू ने 20 नवंबर 1937 को एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड यानी AJL का गठन किया था। इसका उद्देश्य अलग-अलग भाषाओं में समाचार पत्रों को प्रकाशित करना था। तब AJL के अंतर्गत अंग्रेजी में नेशनल हेराल्ड, हिंदी में नवजीवन और उर्दू में कौमी आवाज समाचार पत्र प्रकाशित होते थे।
भले ही AJL के गठन में पं. जवाहर लाल नेहरू की भूमिका थी, लेकिन इस पर मालिकाना हक कभी भी उनका नहीं रहा। क्योंकि, इस कंपनी को 5 हजार स्वतंत्रता सेनानी सपोर्ट कर रहे थे और वही इसके शेयर होल्डर भी थे। 90 के दशक में ये अखबार घाटे में आने लगे। जिसके बाद साल 2008 तक AJL पर 90 करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज चढ़ गया। तब AJL ने फैसला किया कि अब समाचार पत्रों का प्रकाशन नहीं किया जाएगा। अखबारों का प्रकाशन बंद करने के बाद AJL प्रॉपर्टी बिजनेस में उतरी।