Faridabad/Alive News : “कब होंगे कम खाद्य सामग्रियों के दाम, आखिर कब सरकार लगाएगी मंहगाई पर लगाम” बढ़ती मंहगाई ने आम जनता की कमर तोड़ने के साथ ही परेशानियां भी बढ़ा दी है। गृहणियों के अनुसार सभी खाद्य सामग्रियों से लेकर एलपीजी गैस और सब्जियों के रेट बढ़ते ही पूरे रसोई घर का बजट बिगड़ गया है। फल सब्जी के साथ दाल का तड़का भी महंगा हो गया है। उधर, पेट्रोल और डीजल की कीमतो में बढ़ोतरी से कच्चे माल की कीमतों में भी उछाल आया है। जिसके कारण ट्रांसपोर्टर भी महँगा हो गया है। मंहगाई का सीधा असर गरीब जनता की जेब और थाली पर पड़ रहा है।
दरसअल, पिछले एक महीने में सभी खाद्य सामग्रियों जैसे सरसों तेल पर 10 रुपये, आटा, चावल और दाल पर के दामों में 3 रुपये से लेकर 10 रुपये तक की वृद्धि हुई है। फल और सब्जियों की कीमतों में भी उछाल आया है। इसके अलावा नींबू ने लोगों को बुरी तरह निचोड़ दिया है। नींबू के कीमतों में कोई कमी नही है। नींबू आज भी 240 रुपये किलो बिक रहा है।
क्या कहना है गृहणियों का
घरेलू गैस के दामों में 50 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। सरसों,रिफाइन तेल, सब्जियों के दाम आसमान छू रहे है। महिलाओं के लिए घर चलाना मुश्किल हो गया है। वहीं बढ़ती महंगाई से माध्यम वर्गीय परिवारों का खर्च चलना मुश्किल हो गया है।
सभी खाद्य सामग्रियों की कीमत में उछाल आने से ना सिर्फ घर का बजट बिगड़ा है बल्कि माद्यम वर्गीय परिवार की महिलाओं के लिए घर चलाना चुनोती पूर्ण साबित हो रहा है। वहीं पहले की तुलना में खाद्य सामग्रियों की क्वांटिटी में भी काम हो गयी है। बढ़ती मंहगाई का सीधा असर थाली पर पड़ रहा है।
क्या कहना है दुकानदारों का
फल हो या सब्जी पहले के मुकाबले मंहगी हुई है। जिसके कारण ग्राहक भी कम हो गए है। वहीं दूसरी तरफ ग्राहकों ने पहले के मुकाबले सामानों को कम खरीदने लगे है। बाजारों में आलू के दाम 20 और 30 रुपये है। वहीं सब्जी और फल की कीमत ने आम ग्राहक के पसीने छुड़ा रखे है।
मैं पिछले कई सालों से अपनी परचून की दुकान चला रहा हूँ। बढ़ती मंहगाई के कारण ग्राहकों की संख्या में कमी आयी है। इनके अलावा पिछले एक माह में सभी खाद्य सामग्री जैसे सरसों तेल, आटा, चीनी, चावल सभी पर करीब 3 से 10 रुपये तक कि बढ़ोतरी हुई है। जिसके कारण बाजार में मंदी का दौर जारी है।