Poonam Chauhan/Alive News
Faridabad: नगर निगम की लापरवाही के कारण शहर में आए दिन बच्चे सीवर के मैनहोल और गड्ढों में गिरने के मामले सामने आ रहे हैं। लोग हादसों का शिकार हो रहे हैं लेकिन निगम अधिकारी है कि इन हादसों से सीख लेने की बजाय इन्हें अनदेखा कर रहे हैं। निगम अधिकारी इन दिनों अपनी गलतियों को छुपाने के लिए लीपापोती करने में लगे हुए हैं।
आपको बता दें कि शनिवार के दिन निगम ठेकेदार की लापरवाही के कारण पल्ला सेहतपुर क्षेत्र में एक 10 साल का बच्चा स्कूल से लौटते समय सीवर लाइन डालने के लिए खोदे गए 20 फीट गहरे गड्ढे में जा गिरा। गनीमत यह रही की आसपास के लोगों ने सीढ़ी की मदद से काफी देर बाद बच्चों को बाहर निकाला।
बच्चे के गड्ढ़े में फंसे होने का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि ठेकेदार ने सीवर लाइन डालने के लिए 5 – 6 दिन से यह गड्ढा खोद रखा है लेकिन सुरक्षा के कोई उपाय नहीं किए थे। गड्ढे के आसपास बेरिकेडिग नहीं की गई थी न ही उसे ढका गया था। जिसके कारण ये घटना घटित हुई।
पुलिस के मुताबिक सेहतपुर चेतन मार्केट में एडवोकेट आरके शर्मा परिवार के साथ रहते हैं। उनका बेटा तरुण शर्मा (10) सेक्टर-37 स्थित मार्डन पब्लिक स्कूल में पांचवीं कक्षा का छात्र है। छुट्टी होने के बाद तरुण स्कूल से वापस घर आ रहा था। घर के महज 200 सौ मीटर की दूरी पर सीवर लाइन डालने के लिए खोदे गए 20 फुट गड्ढे में जा गिरा। तरुण के साथ जा रही दूसरी छात्रा ने उसके घर पहुंच कर घटना की जानकारी दी।
गनीमत रही कि इतने गहरे गड्ढे में गिरने के बावजूद बच्चे को ज्यादा चोट नहीं आई। गड्ढे में गिरने के बाद तरुण शोर मचाता रहा, लेकिन गड्ढ़े की गहराई ज्यादा होने की वजह उसकी आवाज ऊपर तक नहीं आ पा रही थी। इधर सूचना पर बदहवास स्वजन मौके पर पहुंचे तो देखा कि बच्चा नीचे गिरा पड़ा है। आसपास के लोग भी मौके पर पहुंच गए। लोगों ने सीढ़ी की व्यवस्था कर उसे किसी तरह बाहर निकाला।
क्या कहना है अधिकारी का
नगर निगम के एसई ओमवीर सिंह का कहना है कि इस घटना की जांच की जाएगी। यदि ठेकेदार की लापरवाही मिली तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। शहर में इस तरह के हादसे आए दिन हो रहे हैं।
क्या कहना है लोगों का
निगम अधिकारी लोगों को मारने पर तुले हुए हैं उन्हें लोगों के जान की कोई परवाह नहीं है, ऐसे अधिकारियों पर एक्शन होना चाहिए।
-मुकेश।
लोग अपनी और अपने बच्चों की देखभाल खुद करे अधिकारी तो पल्ला झाड़ लेंगे। अब अपनी सुरक्षा अपने हाथ है।
-संभुनाथ।
निगम को सुरक्षा के उचित उपाय करने के बाद ही काम शुरू करना चाहिए जिससे लोगों को नुकसान न हो।
-भोला।