November 23, 2024

पत्नी ने लीवर दान कर बचाई अपने पति की जान, मैट्रो हॉस्पिटल में हुआ लीवर ट्रांसप्लांट

Faridabad/Alive News: मैट्रो हॉस्पिटल फरीदाबाद का पहला अस्पताल है जहां वाराणसी के लीवर सिरोसीस मरीज का सफलतापूर्वक लीवर ट्रांसप्लांट किया गया। मैट्रो हॉस्पिटल में अत्याधुनिक लीवर समस्याओं के इलाज़ के साथ लीवर ट्रांसप्लांट की सुविधा भी उपलब्ध है। डॉ. अंकुर गर्ग जो मैट्रो हॉस्पिटल फरीदाबाद में लीवर ट्रांसप्लांट एवं जी आई सर्जरी विभाग के अध्यक्ष हैं उन्होनें बताया कि वाराणसी उत्तर प्रदेश के निवासी राठौर एक वर्ष से लीवर सिरोसिस बिमारी से पीड़ित थे और दिल्ली के लगभग सभी बड़े अस्पतालों में अपनी जांच करा चुके थे।

डॉ. अंकुर गर्ग एवं ट्रांस्प्लांट टीम ने मरीज एवं उनके परिजनों को अंगदान की सभी प्रक्रियाओं को समझाया जिसके बाद मरीज की पत्नी ने लीवर दान करने की इच्छा जतायी। सभी जांचों के बाद उनका लीवर दान करने के लिए उचित पाया गया तथा मरीज का सफलता पूर्वक लीवर ट्रांस्प्लांट किया गया। मरीज अब पूरी तरह स्वस्थ है तथा उनका लीवर सही ढंग से काम कर रहा है।

डॉ. पुरषोत्तम लाल, पदम् भूषण, पदम विभूषण और डॉ. बी.सी. रॉय नेशनल अवॉर्डी ने बताया कि फरीदाबाद में लीवर की बिमारियों के इलाज़ की सही सुविधा न होने के कारण कई बार मरीज का या तो सही समय पर सही इलाज़ नहीं मिल पाता था जिससे उनकी जान जाने का खतरा बढ़ जाता था, या फिर शहर से बाहर जाकर महंगा इलाज़ करवा कर जान बचानी पड़ती थी। मैट्रो हॉस्पिटल पिछले 22 वर्षाे से फरीदाबाद और आस-पास के क्षेत्रा वासियों के लिए विश्वस्तरीय स्वास्थ सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।

मैट्रो हॉस्पिटल फरीदाबाद ने पिछले कई वर्षों में अपनी ओ पी डी में और कैम्प्स में पाया की लीवर से सम्बंधित रोगों से ग्रषित मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है और फरीदाबाद में सही इलाज़ की सुविधा ना होने पर मरीज देश के अन्य शहरों के अस्पतालों में इलाज़ कराने पर मजबूर हो रहे हैं। मैट्रो हॉस्पिटल ने शुरू से ही फरीदाबाद में सबसे आधुनिक इलाज और सबसे अनुभवी विशेषज्ञों की सुविधा उपलब्ध कराने पर जोर दिया है।

मैट्रो हॉस्पिटल के चेयरमैन, पदम भूषण, पदम विभूषण और डॉ. बी.सी. रॉय नेशनल अवॉर्डी डॉ. पुरषोत्तम लाल का हमेशा से ये उद्देश्य रहा है कि हर मरीज को अच्छी से अच्छी सुविधा और अच्छा इलाज उपलब्ध कराया जाए तथा डॉ. पुरषोत्तम लाल के निर्देशों अनुसार हमारा हमेशा यही प्रयास रहता है कि किसी भी मरीज को इलाज के दौरान कोई भी परेशानी ना हो।