Faridabad/Alive News : प्रदेश में कई सरकारी महकमे मौजूद है। लेकिन ऐसा कोई महकमा नही है जो भ्रष्टाचार की भेंट ना चढ़ा हो। लगभग सभी सरकारी महकमों के अधिकारी काम में लापरवाही को लेकर टॉप पर है। ऐसा ही एक मामला जिला परियोजना समन्वयक (डीपीसी) कार्यालय का है। जहां कुछ सरकारी स्कूलों के लैब अटेंडेंट शिक्षकों को पिछले चार महीनों से तनख्वाह नहीं मिली है और शिक्षक पिछले तीन महीनों से लगातार डीसीपी कार्यालय के चक्कर काट कर परेशान हो रहे है। इसके अलावा कई बार पत्र लिखकर भी शिक्षक जिला शिक्षा कार्यालय में कई अधिकारियों को भी शिकायत दे चुके है। लेकिन अब तक उनकी तनख्वाह उनके अकाउंट में नहीं पहुंची है।
दरअसल, पूरे हरियाणा में लैब अटेंडेंट शिक्षकों की संख्या लगभग 4500 के आस पास है। वहीं फरीदाबाद में इन शिक्षकों की संख्या 150 से 200 के लगभग है। ऐसे में कई शिक्षक ऐसे है जिन्हें पिछले दो-चार महीनों से तनख्वाह ही नहीं मिली है और शिक्षक आर्थिक तंगी से जूझ रहे है। कोविड में स्कूल बंद होने से उनकी स्थिति बत से बदत्तर हो गयी है।
क्या कहना है लैब अटेंडेंट शिक्षकों का
मैं सारन के जवाहर कॉलोनी स्थित गवर्नमेंट स्कूल में लैब अटेंडेंट शिक्षिका होने के साथ- साथ मैं एक कैंसर पेशेंट भी हूं। मेरी हर महीने दवाई आती है। लेकिन ऐसे में चार महीनों से मुझे मेरी तनख्वाह नही मिली है और घर का बजट भी अब डगमगाने लगा है। यहां तक कि मैंने कई बार जिला परियोजना समन्वयक (डीपीसी) कार्यालय में अकाउंटेंट के पद पर नियुक्त अमिता से भी बात की है। लेकिन अकाउंटेंट अमिता का कहना है कि उसने सभी शिक्षकों की सैलरी टाइम से उनके अककॉउंट में भेज दी है। जबकि मेरे पास बैंक के सारे स्टेटमेंट मौजूद है और चार महीने बीतने पर भी मुझे मेरी तनख्वाह नही मिली है।
-खुशबू, लैब अटेंडेंट शिक्षिका।
मैं एनआईटी 2 स्थित गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल में लैब अटेंडेंट शिक्षिका हूं। मुझे मेरी पिछले दो महीने से तनख्वाह नही मिली है। मैंने कई दिनों से डीपीसी कार्यालय के चक्कर काट रही हूं। तनख्वाह न मिलने के कारण घर का खर्च चलाना मेरे लिए मुश्किल हो रहा है। मैंने कई बार डीपीसी कार्यालय में अककॉउंट के पद पर कार्यरत अमिता को मेल भेजने के साथ लिखित में शिकायत भी दी है। लेकिन अब मुझे मेरी तनख्वाह नही मिली है।
–सुरेखा, लैब अटेंडेंट शिक्षिका।
क्या कहना है डीपीसी अधिकारी का
मुझे पता है कि कुछ लैब अटेंडेंट शिक्षकों की तनख्वाह कई महीनों से उन्हें नहीं मिली है। मैं विभागीय कार्यवाही कर रहा हूं। मैंने टीचरों की सैलरी को लेकर अपने कार्यालय से एक लेटर लिखकर चंडीगढ़ भेजा गया है। सभी शिक्षकों को उनकी तनख्वाह जल्द मिलेगी, फिर चाहे मुझे अपनी जेब से क्यों ना देनी पड़े। जो कर्मचारी अकाउंटेंट के पद पर डीपीसी कार्यालय में नियुक्त थी, फिलहाल उनका झज्जर तबादला हो गया है। उन्हें भी मैंने बुलाया है। सारे डिटेल चेक करने के बाद सभी शिक्षकों को उनकी सैलरी दे दी जाएगी।
-आनंद, डीपीसी अधिकारी फरीदाबाद।