Kurukshetra/Alive News : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. कैलाश चन्द्र शर्मा ने कहा है कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में सभी परीक्षाएं समय पर होंं व विद्यार्थियों को सही समय पर परीक्षा परिणाम मिल सकें इसके लिए ही कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने परीक्षाओं के आयोजन, मूल्यांकन की प्रक्रिया में बदलाव किया है।
इसका उद्देश्य शिक्षकों को परेशान करना नहीं है बल्कि उन्हीं के सहयोग व सुझावों से ही पारदर्शी व्यवस्था तैयार करना है। इसलिए हरियाणा कालेज टीचर एसोसिएशन व हरियाणा फेडरेशन ऑफ यूनिवर्सिटी कालेज टीचर एसोसिएशन के पदाधिकारियों को इसका विरोध करने की बजाए इसमें सहयोग करना चाहिए।
कुलपति ने कहा कि परीक्षाओं के आयोजन में कम से कम समय लगे व उसी तरह से मूल्यांकन में भी ज्यादा समय न लगे इसके लिए कुछ बदलाव किए गए हैं जिनका फायदा आने वाले समय में विद्यार्थियों को ही होगा। एक महाविद्यालय में काम करने वाले शिक्षक को प्राथमिकता के आधार पर अपने महाविद्यालय में ही परीक्षा ड्यूटी करनी चाहिए।
कॉलेज के प्रिंसीपल को परीक्षा सम्बंधी कार्यो में परेशानी का सामना करना पड़ता था। अब कॉलेजों में उडऩदस्ते को समाप्त कर पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए है। इसके साथ ही परीक्षा अधीक्षक व सहायक अधीक्षक दूसरे कॉलेज से नियुक्त किए गए हैं।
इस बदली हुई व्यवस्था में अब परीक्षाएं करवाना ज्यादा सुविधाजनक व सुगम हो गया है।विश्वविद्यालय के परीक्षा परिणाम लम्बे समय तक अटके रहते थे पिछले सेमेस्टर से परीक्षा परिणामों को समय पर घोषित करने में कुछ सुधार हुआ है। शिक्षक अगर सहयोग करेंगे तो इस सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम भी विद्यार्थियों को समय पर मिलेंगे।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने कोई भी ऐसा निर्णय नहीं लिया है जो शिक्षक अहितकारी हो। सभी फैसले विद्यार्थी, विश्वविद्यालय, कालेज व शिक्षकों के हित में लिए गए हैं। कुलपति ने कहा कि प्रवेश, परीक्षा व परिणाम पहली प्राथमिकता है
इन प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए ही छात्र हित के लिए पूरे परीक्षा तंत्र को बदलने के प्रयास किए जा रहे हैं। शिक्षकों को चाहिए कि वे विरोध का रास्ता छोड़ सहयोग करें ताकि अंतिम वर्ष के परीक्षा परिणाम भी कम से कम अवधि में घोषित किए जा सकें।
परीक्षा केन्द्र अधीक्षक के सहयोग के लिए एक अतिरिक्त चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को सहयोग के लिए नियुक्त किया
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने परीक्षा के बाद उत्तर पुस्तिकाओं पर स्टैम्पिंग की व्यवस्था परीक्षा केन्द्र में ही करने का कार्य इसलिए शुरू किया गया है ताकि परीक्षा के बाद उत्तर पुस्तिका सीधे मूल्यांकन के लिए भेजी जा सके व परीक्षा परिणाम घोषित करने में अधिक समय न लगे इसके लिए परीक्षा केन्द्र अधीक्षक के सहयोग के लिए एक अतिरिक्त चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सहयोगी के रूप में रखने के निर्देश दे दिए गए हैं।
विरोध नहीं सहयोग करें शिक्षक
कुलपति ने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से सम्बन्धित कॉलेजों के शिक्षकों को उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का विरोध नहीं बल्कि सहयोग करना चाहिए। शिक्षकों के सहयोग से ही समय पर विद्यार्थियों को परिणाम मिलने लगे हैं इसलिए छात्र विरोधी निर्णय लेने की बजाए उत्तर पुस्तिकाओं के गुणात्मक मूल्यांकन करने में अपना सहयोग करें।