Ambala/Alive News : मानव संसाधन विकास मंत्रलय ने सीबीएसई स्कूलों के सिलेबस को कम करने के लिए अध्यापक व अभिभावकों से सुझाव मांगे हैं। मंत्रालय ने कक्षा एक से बारहवीं तक के सिलेबस में बदलाव करने की पहल की है। इससे पहले जनवरी माह में मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सिलेबस में 50 फीसदी तक कमी की बात कही थी। ऐसे में अब नए सत्र में सीबीएसई की सभी कक्षाओं का सिलेबस कम होने से बच्चों पर भार कम हो सकता है।
दरअसल, विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रलय ने विभिन्न कक्षाओं के सिलेबस में बदलाव का निर्णय लिया है। मंत्रलय का मानना है कि सिलेबस इतना ज्यादा हो जाता है कि विद्यार्थी सिवाए पढ़ाई के किसी भी विधा में ध्यान नहीं दे पाते। इसीलिए इस बार सिलेबस को बदलने का निर्णय लिया गया है। हालांकि पाठ्यक्रमों को अगले दो से तीन वर्षो में आधा करने की बात कही जा रही है।
बताया जा रहा है कि नये सिरे से सिलेबस ऐसे तैयार किया जायेगा ताकि इसमें शरीरिक शिक्षा, नैतिक शिक्षा और जीवन से जुड़ी कौशल शिक्षा को शामिल किया जा सके। बता दें कि सीबीएसई ने सिलेबस के साथ-साथ दूसरी गतिविधियां को भी पढ़ाई का हिस्सा बनाया है लेकिन सिलेबस बहुत ज्यादा होने के कारण बच्चे इनमें दिलचस्पी नहीं लेते। अब नई कवायद से उम्मीद की जा रही है कि बच्चे पढ़ाई के अलावा अन्य गतिविधियों के लिए भी समय निकाल सकेंगे।