Ahmedabad/Alive News : गुजरात में मोरवा हदफ सुरक्षित विधानसभा सीट से जीतने वाले निर्दलीय उम्मीदवार भूपेंद्र सिंह खांट कांग्रेस में शामिल हो गये. इसके साथ ही गुजरात विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या बढ़कर 78 हो गयी है. एक चैनल के अनुसार चुनाव से पहले भूपेंद्र सिंह खांट कांग्रेस कार्यकर्ता थे. विधानसभा चुनाव में भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के साथ गठबंधन के कारण कांग्रेस ने यह सीट बंटवारे के तहत बीटीपी को दे दी थी. इसके बाद खांट ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर यहां से चुनाव लड़ा था. उन्होंने भाजपा के विक्रम सिंह डिंडोर को 4,000 मतों के अंतर से हराकर यह सीट जीती.
बीटीपी उम्मीदवार अल्पेश दामोर तीसरे स्थान पर रहे. गौरतलब है कि भाजपा लगातार छठीं बार चुनाव जीतने में कामयाब रही लेकिन पार्टी विधायकों की संख्या 2012 के 115 के तुलना में घटकर 99 रह गई. कांग्रेस गुजरात के ग्रामीण इलाकों में अच्छा प्रदर्शन करने में सफल रही लेकिन शहरों में उसका खास प्रभाव नहीं दिखा.
गुजरात विधानसभा चुनाव में 77 सीटें जीतने वाली कांग्रेस इस तथ्य से थोड़ा संतोष प्राप्त कर सकती है कि उसके 16 उम्मीदवार 3000 से कम मतों के अंतर से हारे हैं. राज्य विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 99 सीटों पर जीत हासिल की. इनमें से तीन को 1000 से भी कम मतों से हार का सामना करना पड़ा. गोधरा में सी के राउलजी ने महज 258 मतों के अंतर से जीत हासिल की.
राउलजी इसी सीट से पिछली विधानसभा में कांग्रेस के विधायक थे. वह इस साल राज्यसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ पार्टी में शामिल हो गए. इस क्षेत्र में अच्छी खासी मुस्लिम आबादी है.भाजपा के एक अन्य वरिष्ठ नेता सौरभ पटेल ने बोटाड सीट पर कांग्रेस के डी एम पटेल को 906 मतों के अंतर से हराया.
पटेल आनंदी बेन पटेल सरकार में राज्य के वित्त मंत्री थे और निवर्तमान विधानसभा में वड़ोदरा की अकोटा सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे थे. इस बार उन्हें बोटाड से उतारा गया.