Faridabad/Alive News : मानव सेवा समिति द्वारा आयोजित श्रीराम कथा के दूसरे दिन महामंडलेश्वर कथा ब्यास श्रीस्वामी जगत प्रकाश महाराज जी ने प्रवचन करते हुए बताया कि ‘‘प्रकट चार पद धर्म के कल में एक प्रधान, एन केन विधि दिने दान करे कल्याण’’ इसका अर्थ बताते हुए उन्होंने कहा कि धर्म के चार तत्व हैं सत्य, तप, दया और दान।
कलयुग में ऊपर के तीनों तथ्यों का पालन करना आज मानव के लिए संभव नहीं है। अत: कलयुग में दान ही एक ऐसा माध्यम है जिससे मानव जीवन का कल्याण हो सकता है। इसीलिए सभी को अपने सामर्थ अनुसार जरूरतमंदों की हरसंभव सहायता करनी चाहिए।
उन्होंने आगे बताया कि रामकथा एक नोका है जिसमें बैठकर मनुष्य भवसागर से पार हो सकता है। कथा के दूसरे दिन शिव-पार्वती के विवाह का सुंदर वर्णन व चित्रण बताया व दर्शाया गया। श्रीराम कथा में शहर के कई दानी सज्जन, विशिष्टजन व महिलाओं ने राम कथा का श्रवण किया और श्रीराम कथा के उद्देश्य के अनुरूप समिति द्वारा संचालित प्राथमिक विद्यालय मानव विद्या निकेतन स्कूल बल्लभगढ़ की सहायतार्थ यथासंभव दान दिया। प्रमुख समाजसेवी वी.के. बंसल, सुनीता बंसल, संदीप शर्मा, दुर्गा प्रसाद गोयल, नरेन्द्र ढांगी, अवतार मित्तल, ओ.पी. परमार एडवोकेट ने स्कूल की सहायतार्थ दान देकर समिति की मदद की।