Faridabad/ Alive News: फरीदाबाद के पूर्व विधायक आनन्द कौशिक, हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं गुडगांव कांग्रेस प्रभारी बलजीत कौशिक ने आज भारत के प्रथम प्रधानमन्त्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की 53वीं पुण्यतिथि के अवसर पर नीलम चौक स्थित पंडित जवाहर लाल नेहरू की प्रतिमा पर फूलमाला पहनाकर श्रृद्धान्जली अर्पित की। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सुबह से नीलम चौक पर जाकर साफ-सफाई की और पंडित जवाहर लाल नेहरू की प्रतिमा को जल से धोकर साफ किया। सैकड़ों की संख्या मे मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पंडित जवाहर लाल नेहरू अमर रहें के गगनभेदी नारे लगाये।
इस अवसर पर पूर्व विधायक आनन्द कौशिक ने श्रृद्धांजली अर्पित करने के बाद उपस्थित कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू आधुनिक भारत के निर्माता थे। जिन्होनें भारत में लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष, अग्रगामी एवं शांतिप्रिय राष्ट्र की नींव डाली। पंडित जवाहर लाल नेहरू भारत के प्रथम प्रधानमंत्री और स्वतंत्रता से पहले और बाद मे भारतीय राजनीति के मुख्य केन्द्र बिन्दू थे। उन्होने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू युगदृष्टा, महान स्वतंत्रता सेनानी, महान वकील, कुशल राजनेता, विश्वशांति के अग्रदूत थे, जिन्होने स्वतंत्रता संग्राम मे बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया और स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारत में विकास की नींव डाली, जिसमें किसानो के लिए बांध, नहरें, मजदूरों के लिए कारखाने व मिलों का निर्माण, वैज्ञानिको के लिए तमाम शोध संस्थान और युवाओं के लिए शिक्षण संस्थाओं का निर्माण कराया, जिसे कृतज्ञ राष्ट्र सदैव याद रखेगा।
कौशिक ने कहा कि भारतरत्न पंडित जवाहर लाल नेहरू का संपूर्ण जीवन देश के प्रति समर्पित रहा और उनके पुरे परिवार ने भारत की आजादी में अपना अपूर्व योगदान दिया। भारत को आर्थिक रूप से निर्भिक बनाने के लिए भी इन्होने बहुत अहम योगदान दिया। पंडित जवाहर लाल नेहरू को बच्चे बहुत प्यार करते थे, इसलिए इन्हे बच्चें चाचा नेहरू कहकर पुकारते थे।
इस अवसर पर रामजीला, मोहनलाल कुकरेजा, योगेश तंवर, गोपीचंद शर्मा, विनोद डांगी, रामकुमार पांचाल, विनोद कौशिक, जयंत कौशिक, प्रीतम प्रधान, रामबीर, गोपाल तंवर, महावीर भारद्वाज, चंदन कुमार, रामकिशन गोला, सोनू, राजू, रामकिशन शर्मा, रंधीर फागना, जाकिर खान, ढकेली, लाडोबाई, जमना, कलुआ प्रधान, महेन्द्र यादव, सतीश बैनीवाल, प्रवीन शर्मा, गोपाल सिंह, हरी सैनी, नारायण सैनी, हरीसिंह सैनी, साधुराम सैनी, मेहरचंद पाराशर, मौहम्मद चांद, सुनील, विक्रम पोसवाल, दानिस अली, रमाकांत यादव, महेश बैंसला आदि कार्यकर्ता और पदाधिकारीगण विशेष रूप से मौजूद थे।