May 5, 2024

डाक्टर मरीज से बीमारी पूछने से पहले पूछता है कि छूटटे है क्या?

Baban/Alive News :  सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक भगवानपुर में कैश न मिलने के कारण ग्रामीणों ने बैक अधिकारीयों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ग्रामीण हरबंस सिंह कसीथल, नाथीराम, गुरमीत सिंह, गुरदास कसीथल, अग्रेज सिंह, गुलाब सिंह, सुरेश बरगट, संजीव कुमार, कमलजीत सिंह, रामकुमार, श्योराम टाटकी, मेघराज जालखेड़ी ने कहा कि बैंक अधिकारी लोगों को कैश देने में आना कानी कर रहे है। हरंबस सिंह कसीथल का कहना है उनकी माता का इलाज पीजीआई चढ़ीगढ में इलाज चल रहा है और वे पैसे लेने के लिए पिछले तीन दिनों से बैक के चक्कर काट रहे है लेकिन कैश न मिलने के कारण माता की दवाई न आने पर उनकी माता की तबीयत और बिगड़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि बैक अधिकारी उपभोक्ताओं के साथ अभद्र व्यवहार करते है। ग्रामीणों का कहना था कि उनके रोजमर्रा के काम ठप्प हो गए है जिससे उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

उन्होनें कहा कि 500 व 1000 हजार को नोट बंद करने के बाद बाजार में दुकानदार उन्हें सामान नहीं देते है जबकि गांव में दुकानदार का पिछला हिसाब न होने के कारण उन्हें आगे सामना देना बंद कर दिया है। लोगों ने आरोप लगाया कि बैंक अधिकारी अपने रिश्तेदारों व अपने चहेतों को कैश बांट रहे है जब आम आदमी की बारी आती है तो तब कह देते है कि कैश खत्म हो गया है। ग्रामीणों का कहना है की हर राज अपने कामकाज छोड़ कर सुबह से लाईन में लग जाते है और कुछ लोगों को पैसे मिलते है और कैश खत्म होने के उन्हें खाली हाथ घर लौटना पड़ता है। ग्रामीणों का कहना है कि दवाई लेने के लिए डाक्टर के पास जाते है तो डाक्टर भी पहले बीमारी नही पुछता वह कहता है कि छूटे पैसे है नोट बंद होने से ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हे। ग्रामीणों ने सरकार से मांग की है जब सरकार के द्वारा 500 व 1000 हजार के नोट बंद किए है तो उसकी एवज में 100 व 50 के नोट भरपूर मात्रा में भेजने चाहिए जिससे आम जनता को राहत मिल सके और उनके घरेलू कार्य व लेन देन सही तरीके से चल सके।

क्या कहते है बैंक मैनेजर?
जब इस बारे में बैंक मैनेजर से बात की गई तो उनका कहना था कि जो कैश उनके पास आता है उसे तुरंत बाटं दिया जाता है। उन्होंनें कहा कि जो बुर्जग बीमार चल रहा है उसके चैक को लेकर उसके घर से वैरीफाई करके कैश दिया जाएगा।