December 30, 2024

‘गूगल मैप की गलती से कार मिट्टी के ढेर पर चढ़ी’, फिर…

Hathras/Alive News: उत्तर प्रदेश के हाथरस से हैरान करने वाली खबर सामने आई है। यहां दो युवक खुशी-खुशी बरेली से मथुरा वृंदावन घूमने के लिए निकले थे। रास्ता याद नहीं होने दोनों को भारी पड़ गया। उन्होंने गूगल मैप का सहारा लिया, लेकिन हाईवे पर पहुंचने के बाद ही गूगल मैप पर दिखा रहा रास्ता खत्म हो गया। उनकी कार दुर्घटना का शिकार हो गई। दोनों घायलों को देख मौके पर लोगों को भीड़ लग गई। उन्हें इलाज के लिए अस्पाल पहुंचाया गया है। बताया जा रहा है कि वह सड़क मैप पर चालू दिख रही है, लेकिन वास्तव में अभी निर्माणाधीन है।

बरेली के रहने वाले विमलेश श्रीवास्तव और कुशव गुरुवार को अपनी कार से बरेली से मथुरा की ओर रवाना हुए थे. मथुरा जाने के लिए उन्होंने गूगल मैप का सहारा लिया और हाईवे पर चढ़ गए. निर्माणाधीन मथुरा बरेली हाईवे पर हाथरस जंक्शन थाना इलाके पर रोड पर कोई भी डाइवर्जन का बोर्ड ना होने के कारण गूगल मैप की वजह से दुर्घटना का शिकार हो गए.

हाथरस के सिकंदराराऊ से मथुरा को आते हुए बरेली मथुरा हाइवे पर हाथरस के रास्ते से पहले फ्लाईओवर के पास हाईवे का रास्ता बंद करके एक बहुत छोटा सा बोर्ड लगा रखा है, लेकिन हाईवे की सर्विस लेन (मार्ग) खुली होने के कारण वाहन आ जा रहे हैं और गूगल मैप भी राहगीरों को यह रास्ता बिल्कुल सेफ दिखा रहा है. जबकि अभी हाईवे पूरी तरह से संचालित नहीं किया गया है. उसके बाद यह वाहन बिना किसी अवरोध के दो फ्लाईओवर पार करके हाईवे पर आ जाते हैं.

मेडू से पांच किलोमीटर पहले हाईवे पर “बगैर किसी डायवर्जन और रेफ्लेटिंग बोर्ड” के जेसीबी से मिट्टी डालकर और उसके बाद सीमेंट के पटले डालकर रास्ता बंद कर दिया है. जिस कारण फ्लाई ओवर से तेजी से उतरते हुए वाहन इस मिटटी और सीमेंट के पटलो से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं. ग्रामीणों के अनुसार इस जगह पर अब तक करीब दो दर्जन से ऊपर वाहन टकरा चुके हैं. इसी जगह पर मंगलवार की रात क्रेटा कार बुधवार की रात्रि इसी जगह पर “किया कर्नेंस कार” और गुरुवार की रात बरेली से आ रहे तीर्थ यात्रियों की हुंडई आईटेन कार टकरा गई. जिसमें बैठे यात्री घायल हो गए.

सर्विस लेन पर हाथरस को जाने वाले रोड का बोर्ड भी निर्माण कम्पनी ने अपेक्षाकृत छोटा लगाया गया है. जो दूसरे जनपदों से आने वाले वाहन चालकों को दिखता भी नहीं है. हाईवे की निर्माण कम्पनी के एक कर्मचारी ने बताया कि हाईवे के इस एक्सीडेंटल जोन से आगे हाईवे के ऊपर से हाईटेंशन लाइन गई है जो तमाम प्रयासों के बाद अभी तक नहीं हट सकी है. बीते दिनों इस हाईटेंशन लाइन से ट्रक में आग लग गई थी. तभी से हाईवे बंद कर दिया है, लेकिन हाईवे निर्माण कम्पनी ने इससे पहले मार्ग बंद होने के बोर्ड नहीं लगाए हैं. गूगल पर मथुरा हाईवे का रोड यात्रियों को सही दिखता है.

निर्माण कंपनी ने हाईवे पर कई जगह बगैर रिफ्लेक्टिंग बोर्ड के मिट्टी डालकर रास्ते बंद कर रखे हैं. बरेली से आईटेन कार लेकर आ रहे विमलेश श्रीवास्तव और केशव गूगल मैप देखकर कार चला रहे थे. हाईवे रोड ब्लाक के रिफ्लेक्टिंग बोर्ड ना होने के कारण कार मिटटी से टकराकर क्षतिग्रस्त हो गई. बता दें इससे पहले भी बदायूं में गूगल मैप के सहारे चल रही कार बाढ़ में बह चुके पुल से नीचे गिरकर चार लोगों की असमय मौत ही चुकी है.