November 28, 2024

वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने से अस्पतालों में लगी आंखों के मरीजों की कतार

बढ़ते प्रदूषण के कारण फरीदाबाद के सरकारी और निजी अस्पतालों की ओपीडी में आखों के मरीजों में इजाफा देखा जा रहा है। शहर में अभी भी वायू प्रदूषण

Faridabad/Alive News: बढ़ते प्रदूषण के कारण फरीदाबाद के सरकारी और निजी अस्पतालों की ओपीडी में आखों के मरीजों में इजाफा देखा जा रहा है। शहर में अभी भी वायू प्रदूषण का स्तर गंभीर बना हुआ है। अस्पतालों में आंखों के विशेषज्ञ के कक्ष के बाहर मरीजों की कतार देखी जा रही हैं।

ज्यादातर मरीज वायु प्रदूषण के कारण आंखों से पानी आना, आंखों में खुजली और जलन, सूजन, आंखें लाल होना जैसी समस्याएं लेकर अस्पताल आ रहे हैं। बुधवार को करीब 150 से अधिक मरीज प्रदूषण से प्रभावित होकर अकेले सरकारी बी के अस्पताल में उपचार के लिए ओपीडी में पहुंचे हुए थे। निजी अस्पतालों की ओपीडी में भी करीब 50 मरीज हर रोज पहुंच रहे हैं।

सरकारी अस्पताल में नही मिल रही पूरी आंखों की दवा
मरीजों को सरकारी अस्पताल के स्टोर पर घंटों लाईन में खड़े होने के बाद भी दवाइयां भी पूरी नही मिल रही हैं जिसकी वजह से मरीजों को कुछ दवाइयां बाहर से खरीदनी पड़ रही है। आंखों का उपचार कराने के लिए आने वाले मरीजों में बुजुर्गों और बच्चों की संख्या ज्यादा है।

क्या कहना है लोगों का
बल्लभगढ़ की निवासी रेशमा ने बताया कि वह अपनी अम्मा की आंखो का उपचार कराने के लिए बीके अस्पताल आई थी। परंतु अस्पताल में पूरी दवाइयां न मिलने के कारण उन्हें कुछ दवाइयां बाहर से खरीदनी पड़ रही हैं।

क्या कहना है नेत्र विशेषज्ञ का
आस्था अस्पताल की नेत्र विशेषज्ञ डॉ आकृति ने बताया कि प्रदूषण के कारण आंखों पर दुष्प्रभाव पड़ रहा है जिससे कि लोगों की आंखों में खुजली व जलन की समस्या हो रही है। उन्होंने बताया कि प्रदूषण से बचाव करने के लिए सनग्लास लगाने चाहिए और अधिक समस्या होने पर अपने डॉक्टर की सलाह से नार्मल लुब्रिकेंट आई ड्रॉप का इस्तेमाल करना चाहिए ताकि आंखों की नमी बनी रहें और आंखों का रूखापन दूर हो सके।