October 10, 2024

जानिए क्यो मनाया जाता है वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे, क्या है इस साल की थीम

Lifestyle/Alive News: कभी-कभी हमारी जिंदगी की रफ्तार इतनी तेज हो जाती है कि हम अपने मन की आवाज को सुनना ही भूल जाते हैं। धीरे-धीरे तनाव, चिंता और उदासी जैसे भाव हमारे जीवन का हिस्सा बन जाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये भाव हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकते हैं? ये भावनाएं हमारे शरीर को कई तरीकों से प्रभावित करती हैं। इसलिए मानसिक स्वास्थ यानी मेंटल हेल्थ के बारे में बात करना बेहद जरूरी है।

क्यों जरूरी है मेंटल हेल्थ पर बात करना?
आजकल हर कोई मानसिक स्वास्थ्य के बारे में बात कर रहा है। कोरोना महामारी ने तो मानो इस मुद्दे को और गहरा कर दिया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस मुद्दे पर खुलकर बात करना क्यों इतना जरूरी है?

चुप रहने से नुकसान ही होता है, इस बात को समझना जरूरी है। मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को दबाने या छिपाने की कोशिश करने से वे और गंभीर हो सकती हैं।
आप अकेले नहीं हैं, इस बात को भी हमेशा याद रखना चाहिए। लाखों लोग मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। इसलिए अपनी बात बताने से हो सकता है कि कोई आपकी बेहतर मदद कर पाए।
मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याओं का इलाज किया जा सकता है।

क्यों मनाया जाता है विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस?
हर साल 10 अक्टूबर को मनाया जाने वाला विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस (World Mental Health Day 2024) हमें याद दिलाता है कि हमारा मानसिक स्वास्थ्य उतना ही जरूरी है, जितना हमारा शारीरिक स्वास्थ्य। इससे जुड़ी समस्याओं से पीड़ित लोगों को सपोर्ट करना और उनके लिए सही सुविधाएं मुहैया करवाना भी वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे मनाने का उद्देश्य है।

क्या है इस साल की थीम?
इस साल वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे की थीम (World Mental Health Day 2024) है- मेंटल हेल्थ एट वर्क (Mental Health At Work)। ये थीम काम की जगह और कर्मचारियों की मेंटल हेल्थ के बीच संबंध पर जोर दे रही है। वर्कप्लेस पर कर्मचारियों के लिए सकारात्मक वातावरण और वर्क-लाइफ बैलेंस को बनाने पर भी ध्यान देने की जरूरत है।

कैसे रखें अपने मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल?
खुद के लिए समय निकालें- कुछ समय खुद के लिए निकालें और अपनी पसंदीदा गतिविधियों में शामिल हों।
दूसरों से जुड़ें- परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं।
स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं- नियमित एक्सरसाइज करें, हेल्दी डाइट लें और पूरी नींद लें।
प्रोफेशनल मदद लें- अगर आपको लगता है कि आपको मदद की जरूरत है तो किसी प्रोफेशनल डॉक्टर से मिलें और इस बारे में बात करें।